धनबाद न्यूज़: हीरापुर चीरागोड़ा बीडीओ ऑफिस के पास की दोपहर अपने आपको पुलिस बता कर पांच लोगों ने एक महिला को झांसे में लिया. पांचों ने उनके सारे गहने खुलवा लिए और उन्हें मिट्टी की पुड़िया थमा, वहां से चंपत हो गए. आरोपियों के भागने के बाद महिला को ठगे जाने का एहसास हुआ. महिला के पति ने मामले की शिकायत धनबाद थाना में दर्ज कराई है.
भुक्तभोगी ललिता देवी (52 वर्ष) चीरागोड़ा शिवालय कैलाश अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 1बी की निवासी हैं. उनके पति रामानुज सिंह ने पुलिस को बताया कि की दोपहर ललिता अपने फ्लैट से सब्जी खरीदने के लिए रिक्शा से हीरापुर हटिया जा रही थीं. रिक्शा बीडीओ ऑफिस के दूसरे गेट पर पहुंचा तो दो लोग बाइक से आए और उनके रिक्शा को रुकवाया. दोनों ने बताया कि वह पुलिस हैं. ललिता से सारे गहने उतार कर पर्स में रखने को कहा. उन्होंने विरोध किया तो पीछे से तीन लोग और आ गए. पांचों ने मिल कर झांसा देकर ललिता से चेन और अंगूठी खुलवा कर ले लिया. ललिता को एक कागज की पुड़िया दी और कहा कि पुड़िया को पर्स में रख लीजिए. इसके बाद पांचों दो बाइक पर सवार होकर वहां से निकल गए. उनके जाने के बाद महिला ने कागज की पुड़िया खोली तो उसमें मिट्टी देख उनके होश उड़ गए.
एक लड़के की चेन रखवा कर भटकाया ध्यान बाइक से उतरते ही लड़के रिक्शा वाले को डांटने लगे. वे लोग कह रहे थे कि तब से रुकने के लिए कह रहे थे, तुम रुक क्यों नहीं रहे थे. इसके बाद उचक्के ललिता से कहने लगे रोज छिनतई हो रही है. आपको समझ में नहीं आ रहा है. चलिए जल्दी गहना उतारिए.
ललिता गहना उतारने को तैयार नहीं हुईं तो वहां एक और लड़का आ गया. उस लड़के ने भी चेन पहनी थी. कथित पुलिस वालों ने उससे कहा कि तुमको समझ में नहीं आ रहा है. एक कागज का टुकड़ा देते हुए कहा कि गहने इस कागज में रखो. लड़के को चेन उतारते देख ललिता भी बहकावे में आ गईं.