झारखंड

गिरिडीह, गुमला और खूंटी में ONE STOP CENTRE से एक भी महिला को नहीं मिला आसरा

Rani Sahu
30 July 2022 1:25 PM GMT
गिरिडीह, गुमला और खूंटी में ONE STOP CENTRE से एक भी महिला को नहीं मिला आसरा
x
हिंसा से प्रभावित और संकटग्रस्त महिलाओं की मदद को वन स्टॉप सेंटर संचालित किये जाते हैं

Ranchi: हिंसा से प्रभावित और संकटग्रस्त महिलाओं की मदद को वन स्टॉप सेंटर संचालित किये जाते हैं. राज्य के हर जिले में ऐसे एक-एक सेंटर अभी कार्य कर रहे हैं. फिलहाल पिछले तीन माह में (अप्रैल से लेकर जून तक) इन सेंटरों के जरिये 188 महिलाएं लाभान्वित हुई हैं. हालांकि इनमें से तीन जिलों गिरिडीह, गुमला और खूंटी के सेंटर से एक भी महिला को मदद नहीं मिल सकी है. सरायकेला खरसावां, लातेहार, दुमका और चतरा स्थित सेंटर का लाभ 1-1 महिला को ही मिल सका है. इसी तरह गोड्डा, जामताड़ा और पश्चिमी सिंहभूम से 2-2 महिलाएं ही लाभान्वित हो सकी हैं. सबसे अधिक मदद रांची (37), रामगढ़ (29) और गढ़वा (22), लोहरदगा (20), सिमडेगा (17) जैसे जिलों के सेंटर से मिली है. इन जिलों के अलावे कोई जिला ऐसा नहीं है जहां से 10-10 महिलाओं को भी सहायता मिल सकी हो.

अब तक इतनों को मिला है लाभ
सांसद संजय सेठ ने लोकसभा के मॉनसून सत्र में वन स्टॉप सेंटरों के संबंध में पूछा था. इस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जूबिन ईरानी की ओर से जानकारी दी गयी कि जरूरतमंद महिलाओं (हिंसा से प्रभावित, संकटग्रस्त) की मदद को 1 अप्रैल 2015 से वन स्टॉप सेंटर की स्कीम लागू की गयी है. सेंटर का संचालन राज्य सरकारों या जिला प्राधिकरणों के समग्र पर्यवेक्षण में होता है. ऐसे सेंटर के निर्माण के लिये 100 फीसदी सहायता अनुदान के तौर पर केंद्र देता है.
झारखंड के सभी जिलों में एक-एक सेंटर हैं. केंद्रों के जरिये अब तक (जून 2022) 1882 महिलाओं को मदद उपलब्ध करायी गयी है. पिछले एक साल में (2021-22) केंद्र की ओर से इन केंद्रों के संचालन हेतु कुल 3,60,10,800 रुपये (प्रति केंद्र 15,00,450 रुपये) जारी किये गये हैं.

सोर्स- News Wing

Rani Sahu

Rani Sahu

    Next Story