झारखंड

उत्पाद विभाग की छापेमारी में सरायढेला में अवैध शराब फैक्ट्री का खुलासा

Rani Sahu
23 July 2022 11:27 AM GMT
उत्पाद विभाग की छापेमारी में सरायढेला में अवैध शराब फैक्ट्री का खुलासा
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धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र में शनिवार को उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब बरामद करने के साथ ही एक मिनी अवैध शराब फैक्ट्री का खुलासा किया है

Dhanbad : धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र में शनिवार को उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब बरामद करने के साथ ही एक मिनी अवैध शराब फैक्ट्री का खुलासा किया है. धनबाद के उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त उमाशंकर सिंह को "ए टू जेड कंपनी" से गुप्त सूचना मिली थी कि सरायढेला इलाके में एक घर में अंग्रेजी शराब की अवैध फैक्ट्री चलाई जा रही हैं. सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग के एसआई कुंदन कुमार के नेतृत्व में एक टीम छापेमारी करने पहुंची तो उस घर के विभिन्न ब्रांडो के भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब की पैकिंग बोतल, बॉटलिंग के सामान, कॉक रैपर व विभिन्न ब्रांडों के लोगो (LOGO) बरामद हुए.

मालूम हो कि सरायढेला क्षेत्र में पहली बार कोई अवैध मिनी शराब फैक्ट्री पकड़ाई है. इससे पहले शहरी क्षेत्र में भूली में अवैध मिनी शराब फैक्ट्री पकड़ी गई थी. हालांकि हमेशा से टुंडी, मनियाडीह, पूर्वी टुंडी आदि क्षेत्रों में अवैध मिनी की शराब फैक्ट्री पकड़ी जाती रही है.
सुगियाड़ीह में चल रहा था नकली अंग्रेजी शराब की मिनी फैक्ट्री
गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार की दोपहर करीब एक बजे जब पुलिस सराय ढेला थाना क्षेत्र स्थित वार्ड 28, सुगियाडीह में छापेमारी को पहुंची तो अफरातफरी मच गई. सागर वर्णवाल नाम का एक शख्स अपने दो मंजिलें घर के ऊपरी तल्ला पर इस अवैध शराब फैक्ट्री को संचालित कर रहा था. जहां शराब के विभिन्न महंगे ब्रांडों को रिफिलिंग कर आसपास के इलाकों के साथ पड़ोसी राज्य बिहार में खपाया जा रहा था. यहां नामी शराब के बोतल में अवैध शराब भर कर की जाती थी सप्लाई. होटल व ढाबों में भी इस नकली ब्रांड की शराब की आपूर्ति होती थी. बताया जा रहा है कि यह कारोबार पिछले दो साल से चल रही थी.
उत्पाद विभाग की छापेमारी टीम सर्च ऑपरेशन के बाद सभी अवैध सामानों को JSBCL की मैन पॉवर एजेंसी "ए टू जेड" की गाड़ी से जब्त कर ऊत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय लाया. जहां सहायक आयुक्त उमाशंकर सिंह ने सीज किए सामानों का अवलोकन किया. इस मामले में आरोपी सागर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि वह मौके पर नहीं मिला. उत्पाद विभाग उसकी तलाश कर रहा है. गिरफ्तारी को लेकर भी टीम प्रयासरत है.
उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर कुंदन कुमार ने बताया कि सहायक आयुक्त को गुप्त सूचना मिली थी उसी आधार पर कर्रवाई हुई और यहां से मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन हुआ. यहां प्रत्येक माह लाखो रूपया का कारोबार हो रहा था. उन्होंने कहा कि लाखों रुपये के नकली शराब बरामद किए हैं. इसके अलावा वहां कई बोतल व रैपर भी बरामद किए गए हैं. इसमें ब्लेंडर्स, स्ट्रीलिंग, सिग्नेयचर, आरएस आदि शराब की बोतलें शामिल हैं.
इधर, अवैध शराब के कारोबारी सागर वर्णवाल के पिता दिनेश वर्णवाल ने बताया कि उनका बेटा अपने कर्ज को उतारने के लिए यह धंधा कर रहा था. वह अपनी बीमार मां का इलाज कराने के लिए अवैध धंधा कर रहा था. उसे कई बार रोका था लेकिन वह नहीं माना. सागर की बहन भी अपने भाई के अवैध कार्य से दुखी थी. रोते हुए बोली की उसने भी भाई को मना किया था लेकिन भाई नहीं माना. इस कमाई से वह अपनी बहन की शादी करना चाहता था.
इस संबंध में सहायक उत्पाद आयुक्त उमाशंकर सिंह ने बताया कि एक-दो फैक्ट्री और भी शहरी क्षेत्र में चलने की सूचना उन्हें मिल रही है, जल्द उन इलाकों को कंफर्म कर वहां भी छापेमारी की जाएगी.
Rani Sahu

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