झारखंड

बियाडा के फैक्ट्रियों की सही जांच हो तो कई धंधेबाजों की पोल खुलेगी

Renuka Sahu
13 April 2024 6:25 AM GMT
बियाडा के फैक्ट्रियों की सही जांच हो तो कई धंधेबाजों की पोल खुलेगी
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बोकारो औधोगिक क्षेत्र में पानी फैक्ट्री की आड़ में चल रहे अवैध विदेशी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ होना, अपने आप में एक कीर्तिमान है. लेकिन ये मामला बियाडा क्षेत्र को दागदार कर गया.

बोकारो : बोकारो औधोगिक क्षेत्र में पानी फैक्ट्री की आड़ में चल रहे अवैध विदेशी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ होना, अपने आप में एक कीर्तिमान है. लेकिन ये मामला बियाडा क्षेत्र को दागदार कर गया. इस खुलासे के साथ ही बोकारो डीसी विजया जाधव ने बोकारो औधोगिक क्षेत्र के सारे कल-कारखानों का भौतिक निरीक्षण कर सत्यापन करने के लिए टीम गठित की गई. टीम गठन की सूचना मिलते ही, बियाडा क्षेत्र के कई उद्यमियों के हाथ-पांव फूलने लगे. सांसें और धड़कन तेज हो गई. जिला के अनुमंडल पदाधिकारी से लेकर 15 अधिकारियों का टीम गठित किया गया. सभी को 15-15 फैक्ट्रियों का भौतिक निरीक्षण करना है. इतना ही नहीं सभी अधिकारियों को 15 अप्रैल तक जांच रिपोर्ट भी देना है.

सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे की जुगाड़ में कई उद्यमी
डीईओ सह डीसी के आदेश के बाद कई फैक्ट्री मालिकों की रात की नींद उड़ गई. कुछ ने फैक्ट्री के बाहर बकायदा बोर्ड लगवा दिया, जो कल तक नहीं था. वहीं कुछ ने अपने यहां चल रहे नियम विरुद्ध काम को जांच होने तक बंद करवा दिया. लेकिन कुछ ऐसे भी है, जो नेचर के विरुद्ध काम कर रहे है. आखिर वो धंधा कैसे समेटे. कहीं भेद ना खुल जाए, इसको लेकर कई उद्यमी अपने स्तर से जुगाड़ लगाने में जुटे है. चर्चा है कि, उन्हें बचाने के लिए कुछ जानकार टिप्स भी दे रहें है. जिससे सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे.
प्रोडक्शन करने के स्थान पर चल रहे धंधा, नहीं मिल रोजगार
गोड़ाबाली दक्षिणी पंचायत के पूर्व मुखिया सह समाजसेवी गणेश ठाकुर ने कहा कि उपायुक्त के द्वारा ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. आज तक के इतिहास में कभी इस तरह की जांच नहीं हुई है. जांच अधिकारी बारिकी से फैक्ट्रियों की जांच करें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. कहा कि कई लोगों ने जियाडा से फैक्ट्री चलाने के नाम पर सस्ते दर पर प्लाट आवंटित कर, लाखों के दर से बेच दिया है. वहीं, कई ने प्रोडक्शन का कागजात बना कर, फैक्ट्री की आड़ में इलीगल धंधा जैसे कबाड़ी, गोदाम, पार्किंग आदि के रुप में धड़ल्ले से काम कर रहें हैं. वहीं, फैक्ट्री मालिक लाखों का कारोबार भी कर रहे है. प्रोडक्शन शुरू हो जाए तो यहां के युवाओं को हुनर सिखने का मौका मिलेगा और रोजगार भी.


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