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काशीपुर, एचएफएमडी सामान्य वायरस की काशीपुर में भी दस्तक दे चुका है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव पुनेठा के अनुसार बच्चों के शरीर पर लाल रंग के दाने (चकत्ते) और मुंह में छाले की समस्या होने पर अभिभावक को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह समस्या सात वर्ष से कम के बच्चों में देखी जा रही है। ऐसी समस्या होने पर डॉक्टरों से संपर्क कर बच्चे का तुरंत इलाज करना सही होगा।
दरअसल, मौसम में परिवर्तन के चलते बच्चों में वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है। यह एक तरह का वायरल फीवर है, जो ज्यादातर 7 साल से कम उम्र के बच्चों में फैलता है। इस वायरल संक्रमण की वजह से बच्चों के हाथ, पैर, बांह की कलाई पर लाल रंग के चकत्ते और मुंह में छाले हो जाते हैं। कुछ बच्चों को तेज बुखार भी होता है।
एक संक्रमित बच्चे से दूसरे में यह रोग संपर्क से फैलता है। दिल्ली के अस्पतालों में बच्चों में हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (एचएफएमडी) वायरस के मामले तेजी बढ़ रहे हैं। अब यह बीमारी उत्तराखंड में भी दस्तक दे चुकी है। श्रीकृष्णा अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद मोहन बताते हैं कि एचएफएमडी से ग्रसित 25-30 बच्चे प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। अभी तक वायरस की कोई वैक्सीन भी उपलब्ध नहीं है, हालांकि यह खतरनाक नहीं है। जिसे ठीक होने में करीब दस दिनों का समय लग रहा है।
बीमारी के ये हैं लक्षण
काशीपुर। डॉक्टरों के मुताबिक जो बच्चे एचएफएमडी वायरस से संक्रमित होते हैं। उनके शरीर में चकत्ते निकल जाते हैं, उनमें से कुछ को जोड़ों में दर्द, पेट में ऐंठन, जी मिचलाना, थकान, उल्टी आना, डायरिया, खांसी, छींक आना, नाक बहना, तेज बुखार और शरीर में दर्द आदि की शिकायत होती है।
अमृत विचार।
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