झारखंड

झारखंड के कई इलाकों में 7 - 8 अगस्त को भारी बारिश के है आसार

Ritisha Jaiswal
7 Aug 2022 1:42 PM GMT
झारखंड के कई इलाकों में 7 - 8 अगस्त को भारी बारिश के है आसार
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झारखंड के अधिकांश जिलों में इन दिनों वैसे तो सूखे के हालात बनते दिख रहे हैं

झारखंड के अधिकांश जिलों में इन दिनों वैसे तो सूखे के हालात बनते दिख रहे हैं, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिनों में कई जिलों में होने वाली बारिश से थोड़ी राहत मिल सकती है. दरअसल मौसम पूर्वानुमान के अनुसार झारखंड कई अधिकांश जिलों में 8 से 10 अगस्त तक बारिश के आसार हैं. वहीं मौसम केंद्र रांची के अनुसार अगले एक से तीन घटने में भी झारखंड के कुछ जिलों में बारिश का अनुमान है.

मौसम केंद्र रांची के अनुसार झारखंड के कुछ जिलों में अगले एक से तीन में बारिश होने के आसार हैं. झारखंड के चतरा, गढ़वा और पलामू में एक एक तीन घंटे तक हल्के से माध्यम दर्जे की बारिश, मेघ गर्जन और वज्रपात की प्रबल संभावना है. मौसम विभाग ने इस दौरान लोगों से अलर्ट रहने और घरों में रहने की अपील की है.
इन जलों में 8 से 10 अगस्त तक बारिश के आसार
बता दें, चतरा, गोड्डा, जामताड़ा, साहिबगंज, गढ़वा और पाकुड़ समेत पलामू और संथाल के जिलों की बारिश नहीं होने हालत ज्यादा खराब है. हालांकि मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान जारी किया है. उसके मुताबिक आठ से 10 अगस्त तक राज्यभर में भारी बारिश की संभावना है. इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है. बताया गया है कि बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण ऐसा हो रहा है. हालांकि मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है.
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार आठ अगस्त को राज्य के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरासावां, धनबाद, जामताड़ा, दुमका, पाकुड़ और संथाल के दूसरे जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश की आशंका है. वहीं 9 और 10 अगस्त को पूर्वी सिंहभूम, प सिंहभूम, सिमडेगा, खूंटी, रांची और लोहरदगा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है.
झारखंड में सामान्य से कम हुई वर्षा
आपको बता दें कि इस बार राज्य भर में सामान्य से कम बारिश हुई है. विभाग की ओर से कहा गया है कि राज्य में तीन से चार अगस्त तक करीब 538 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. लेकन इस बार 282 मिमी ही बारिश हो पायी है. जिस वजह से कई इलाकों में धान की रोपनी तक नहीं हो पायी है. किसानों के लगाये गये बिचड़े खेतों में ही बर्बाद हो चुके हैं.


Ritisha Jaiswal

Ritisha Jaiswal

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