झारखंड

झारखंड में फिर लौटी ठंड, बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, दो की मौत

Renuka Sahu
5 Feb 2022 3:59 AM GMT
झारखंड में फिर लौटी ठंड, बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, दो की मौत
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फाइल फोटो 

रांची समेत झारखंड के सभी इलाके में शुक्रवार को बारिश हुई। इस दौरान कई जगहों पर ठनका गिरा तो कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रांची समेत झारखंड के सभी इलाके में शुक्रवार को बारिश हुई। इस दौरान कई जगहों पर ठनका गिरा तो कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। इससे जानमाल को नुकसान पहुंचा तो कई फसलों को भी क्षति हुई है। ठनका गिरने से राज्य में दो लोगों की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। सबसे ज्यादा बारिश राजमहल में रिकॉर्ड की गई। यहां 80 मिमी बारिश दर्ज हुई। मौसम के इस बदले मिजाज के बाद सूबे में ठंड एक बार फिर लौट गई है।

मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ से बने साइक्लोनिक सरकुलेशन के कारण बिहार और बंगाल से सटे झारखंड के उत्तरी भाग में ज्यादा असर दिखा। उन्होंने बताया कि शनिवार को सिस्टम के पश्चिम बंगाल की ओर निकल जाने की वजह से असर कम रहेगा। सुबह में कोहरा और धुंध की स्थिति बनेगी। धूप खिली रहेगी। इस दौरान कुछ इलाकों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। वहीं आने वाले दो दिन तक न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री की गिरावट आएगी। इसके बाद तत्काल तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
गिरिडीह में वज्रपात से दो की मौत, तीन झुलस गए
गिरिडीह में वज्रपात से दो लोगों की मौत हुई है। गावां में जमडार निवासी 50 वर्षीय चैतू मुर्मू की मौत हुई है, वहीं इस घटना में उनकी पत्नी माइनो मंझियान और उनके पुत्र सुखदेव मूर्मू झुलस गए। धनवार में भी समाजसेवी सतीश यादव की वज्रपात से मौत की सूचना है। इसमें उसका भाई राजा यादव घायल है। कोल्हान में भी गिरे ओले पश्चिमी सिंहभूम में कई जगहों पर जमकर ओलावृष्टि भी हुई। पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के नयागांव में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति घायल भी हुआ।
फसलों के नुकसान का आकलन करेगा विभाग
माघ के महीने में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को खासा नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा क्षति तिहलन और सब्जी की फसलों को हुई। जिला कृषि अधिकारी विकास कुमार ने कहा कि विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि बारिश रबी फसलों के लिए यह फायदेमंद है। आम और लीची को भी लाभ पहुंचा है। ओला गिरने से सब्जी को नुकसान हो सकता है। गोभी, टमाटर व मटर की फसलें प्रभावित हो सकती हैं। बारिश के साथ ओला गिरने से सब्जियों में धब्बा रोग लग सकता है। आकलन के बाद ही बताया जा सकता है कि कितने का नुकसान हुआ। इसके अलावा लोहरदगा, रामगढ़, कोडरमा, राची,पलामू और गढ़वा समेत अन्य इलाकों में अच्छी बारिश हुई।
संताल में बिजली संकट
बारिश के कारण संताल के कई इलाकों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई। देवघर में ओेले गिरे तो साहिबगंज व जामताड़ा में तेज हवा के साथ बारिश हुई।
राजमहल 80.0
मसानजोर 63.2
कोलेबिरा 37.0
जामताड़ा 32.4
गोड्डा 32.2
हजारीबाग 27.0
लातेहार 26.4
जमशेदपुर 26.4
चाईबासा 21.4
खरसावां 17.3
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