धनबाद न्यूज़: गोविंदपुर अंचल कार्यालय के प्रधान सहायक परमानंद प्रसाद रिश्वत लेते धनबाद एसीबी टीम के हत्थे चढ़ गए. डीएसपी नितिन खंडेलवाल के नेतृत्व में आई एसीबी की टीम ने दोपहर यह कार्रवाई उस समय की, जब वह सनातन हेंब्रम नामक एक व्यक्ति से लगान रसीद के लिए परमानंद 15 हजार रुपए रिश्वत ले रहे थे. यह कार्रवाई प्रखंड मुख्यालय स्थित एक चाय दुकान में हुई. एसीबी ने चाय दुकान में ही परमानंद के हाथ धुलवाए, जिसमें उनका रंगीन हो गया. उन्हें गिरफ्तार करने के बाद उनकी अलमारी को भी खंगाला गया. अलमारी से 43 हजार 710 रुपए एवं ऑनलाइन दाखिल-खारिज के कागजात बरामद किए गए. एसीबी ने प्रधान सहायक का मोबाइल जब्त कर लिया है.
गोविंदपुर अंचल कार्यालय में कार्रवाई के बाद गिरफ्तार परमानंद को लेकर एसीबी कार्मिक नगर स्थित उनके आवास पहुंची. आवास से भी एसीबी ने 4 लाख 10 हजार 610 रुपए बरामद किए. परमानंद के जब्त मोबाइल के व्हाट्सएप में कई लोगों से लेनदेन की जानकारी एसीबी को मिली है. इस मामले में और कई लोगों की गर्दन फंस सकती है. एसीबी ने जब्ती सूची में अंचल कार्यालय के नाजिर ओमप्रकाश दास एवं चौकीदार दीपक महतो से गवाह के रूप में हस्ताक्षर करवाए. इस मामले में बापू नगर के रहनेवाले परमानंद के विरुद्ध एसीबी ने एफआईआर दर्ज की है.
गोविंदपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में एसीबी की यह पहली कार्रवाई है, जिसमें कोई कर्मी रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया है जबकि एसीबी का इस वर्ष यह चौथा ट्रैप है.
लगान रसीद के लिए प्रति एकड़ 10 हजार मांगी थी रिश्वत गोविंदपुर की गोड़तोपा पंचायत के डोमनडीह गांव निवासी सनातन हेंब्रम की 29 एकड़ 6 डिसमिल जमीन है. लगान रसीद अपडेट करने के नाम पर उनसे प्रति एकड़ 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी. एसीबी के डीएसपी खंडेलवाल ने बताया कि गोविंदपुर अंचल कार्यालय में रिश्वतखोरी की लगातार शिकायत मिल रही थी. बार-बार दौड़ाने और रिश्वत मांगने से आजिज सनातन ने दो दिन पूर्व को इसकी लिखित शिकायत एसीबी कार्यालय में की.