धनबाद न्यूज़: कुख्यात अमन सिंह झारखंड के जेल प्रशासन के लिए गले की फांस बन गया है. झारखंड में कोई जेल प्रशासन नहीं चहता कि अमन उसकी जेल में रहे. इसी बीच अमन को धनबाद जेल में शिफ्ट करने के आदेश से पुलिस और जेल प्रशासन के साथ-साथ धनबाद के कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है.
पिछले साल अमन सिंह के गुनाहों पर पर्दा डालने के आरोप में धनबाद जेल के तत्कालीन जेलर अश्विनी तिवारी को जेल आईजी ने सस्पेंड कर दिया था. सात मई 2022 को धनबाद प्रशासन की रिपोर्ट पर जेल आईजी ने अमन को दुमका जेल भेजा था. दुमका जेल में तीन दिसंबर 2022 को जब अमन पर सख्ती बढ़ी तो उसने अपने गुर्गों वैभव यादव व अन्य से दुमका जेल के संतरी पर फायरिंग करा दी. जेल गेट पर फायरिंग के बाद जेल आईजी के आदेश पर अमन को हजारीबाग जेल शिफ्ट किया गया.
हजारीबाग जेल में रहते कई हत्या-रंगदारी में आया नाम
हजारीबाग जेल में रहते अमन सिंह का रंगदारी के लिए फायरिंग और हत्या के मामलों में नाम आए. आरोप है कि जेल से वह अपना गिरोह चलाता रहा. धनबाद पुलिस ने तीन जून को आजमगढ़ के वैभव यादव, अयोध्या का आशीष शुक्ला उर्फ सत्यम उर्फ प्रिंस, आजमगढ़ का दिनेश कुमार गौड़ और चास का शूटर अरुण सहित नौ लोगों को जेल भेजा था. हजारीबाग जेल में अमन सिंह की बढ़ी सक्रियता को देखते हुए 21 मई को ही उसे घाघीडीह जेल भेजा गया था.
सेल के सीसीटीवी कैमरे पर रख दिया था कपड़ा
जेल आईजी ने धनबाद के तत्कालीन जेलर के निलंबन संबंधी आदेश में बताया था कि जेल में अमन के सेल के सीसीटीवी कैमरा पर कोई कपड़ा या अन्य चीज रख कर सेल की गतिविधियां छिपाई जा रही थीं. जेल के कैमरे में जेल के कई कोने को कवर ही नहीं कर रहे थे. जेल अस्पताल के गेट को छोड़ अंदर का कोई हिस्सा कैमरे के कवरेज में नहीं था. कैमरे फर्श का कम और छत के भाग और ऊपरी दीवार को अधिक कवर करते दिखे थे.
जेल में अमन के फोन इस्तेमाल के मिले थे तकनीकी साक्ष्य
जेल में रहते अमन सिंह फोन का धड़ल्ले से इस्तेमाल करता है. होटवार जेल में अमन के फोन इस्तेमाल का खुलासा करते हुए एटीएस ने उसके खिलाफ रांची के खेलगांव थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी. धनबाद जेल में भी हिल कॉलोनी स्थित रेलवे के एमटीआरसी सिस्टम माइक्रोवेब दफ्तर में लगे मोबाइल टावर में अमन का नंबर सक्रिय पाया गया था, इस नंबर का लेटीच्यूट व लांगीच्यूट (लोकेशन) धनबाद जेल में मिला था.