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झारखंड में आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का समापन हो गया. कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस और बॉलीवुड के नामचीन कलाकार पूनम ढिल्लो और गुलशन ग्रोवर भी शामिल हुए.
जनता से रिश्ता। झारखंड में आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का समापन हो गया. कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस और बॉलीवुड के नामचीन कलाकार पूनम ढिल्लो और गुलशन ग्रोवर भी शामिल हुए. राज्यपाल ने आयोजन में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में फिल्म के कई रास्ते हैं. अगर युवा चाहे तो इसे अपना करियर के रूप में अपना सकते हैं. वहीं उन्होंने झारखंड में फिल्म बनाने वाले निर्देशकों से भी अनुरोध किया कि झारखंड में ज्यादा से ज्यादा फिल्मों का निर्माण करें. क्योंकि यहां पर प्राकृतिक खूबसूरती है.
झारखंड अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 75 फिल्मों को सम्मानित किया गया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य झारखंड में अभिनय से लगाव रखने वाले युवाों को कला की दुनिया में स्कोप और रास्ता दिखाना है. तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह में मौजूद कलाकारों को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि ऐसे आयोजन से झारखंड के कलाकारों में रोजगार का अवसर प्राप्त होता है. झारखंड राज्य प्रकृति एवं धार्मिक दृष्टिकोण से संपन्न है. प्रकृति ने इस राज्य को बहुत ही सुंदरता और खूबसूरती प्रदान की है. झारखंड में फिल्मों के लिए बहुत ही अनुकूल वातावरण है. प्रकृति ने इस प्रदेश को इतना कुछ दिया है कि फिल्म निर्माताओं को विदेशों में जाकर शूटिंग करने की आवश्यकता महसूस नहीं होगी. उन्होंने आयोजन में आए निर्माताओं से आग्रह करते हुए कहा कि वह विदेशों की जगह झारखंड में आकर फिल्मों का निर्माण करें ताकि यहां के युवाओं को भी सिनेमा में रोजगार प्राप्त हो सके. साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि जहां कहीं भी इस दिशा में असुविधा महसूस होगी, उस समस्या का वो समाधान करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के युवा अत्यंत मेधावी हैं. फिल्म एवं अभिनय के प्रति उनकी काफी रुचि है. यहां पर शूटिंग होने से उन्हें भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा.
आयोजन में मौजूद फिल्म
कि सिनेमा धीरे-धीरे बदल रहा है. लेकिन अब सिनेमा भी अत्यधिक मात्रा में बन रहे हैं. हमारे देश में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग भाषा में सिनेमा बनती है. झारखंड ने अब तक चार इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया है और हर वर्ष वह अपनी प्रतिभा को निखारते जा रहा है. आज की तारीख में सिर्फ थिएटर ही नहीं बल्कि कई प्लेटफार्म पर अपने टैलेंट प्रस्तुत कर सकते हैं. ऐसे आयोजन के माध्यम से जितने भी नए कलाकार हैं वह अपनी हुनर को लोगों के सामने ला सकते हैं.गुलशन गोवर ने झारखंड में फिल्म सिटी और फिल्म इंस्टीट्यूट निर्माण करने की बात कही. इसके अलावा उन्होंने कहा कि फिल्म प्रेमियों को और फिल्म बनाने वालों को प्रोत्साहन और आर्थिक मदद की जाए ताकि झारखंड के लोकल टैलेंट अपने आप को निखार सके. मालूम हो कि वर्ष 2016 में झारखंड फिल्म पॉलिसी लागू होने के बाद वर्ष 2018 से झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा.
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