जुआ डिजिटल, धारा खोज रही पुलिस, सरकार के लिए नियम तय करने में भी हो रही है परेशानी
जमशेदपुर न्यूज़: डिजिटल वर्ल्ड में सुविधाएं ज्यादा हैं तो परेशानियां भी हैं. डिजिटल वर्ल्ड में रोज नए-नए परिवर्तन होते हैं. ऐसे में सरकार के लिए नियम तय करने में भी परेशानी हो रही है. सोशल मीडिया इतना प्रभावशाली है कि जीवन के हर क्षेत्र में इसने धाक जमा ली है.
इसका जहां सदुपयोग हो रहा है, वहीं साइबर अपराधी व अन्य लोग दुरुपयोग भी कर रहे हैं. आज के समय में जुआ भी सोशल मीडिया पर खेला जाने लगा है. इससे पुलिस को मामला दर्ज करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल मोबाइल एप पर अब जुआ खेला जा रहा है. इसमें स्मार्टफोन का इस्तेमाल होता है. ऐसे में जब वे पकड़े जाते हैं तो लोकल पुलिस के सामने यह दिक्कत आती है कि इस मामले में बंगाल जुआ अधिनियम के तहत केस दर्ज करें या फिर ठगी या आईटी एक्ट के तहत इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाए. इन सब परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस मुख्यालय की ओर से सट्टा, सिंगल नंबर लॉटरी सहित जैसे जुआ पर कार्रवाई कैसे हो इस पर मंथन करने का निर्देश दिया गया है. कुछ दिन पहले ही गालूडीह में पुलिस ने छापेमारी कर एक लॉटरी संचालक को गिरफ्तार किया था और उसके पास से 20 लाख रुपये बरामद किए गए थे.
उससे पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि इसमें डिजिटली और व्हाटसए ग्रुप बनाकर जुआ खेला जाता है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने उपकरणों को जब्त किया था. उस वक्त भी पुलिस के सामने केस में धारा जोड़ने में परेशानी आई थी.
पुलिस विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई करती है. इसमें भी जो विधि संगत धाराए हैं, उसका इस्तेमाल किया जाता है. आवश्यकता पड़ने पर आईटी एक्ट भी जोड़ा जाता है. - प्रभात कुमार, एसएसपी, जमशेदपुर