जमशेदपुर न्यूज़: पूर्वी सिंहभूम जिले के मानगो, सुंदरनगर व पोटका थाना क्षेत्र के तिरिलडीह गांव के चुंदीडूंगरी में तीन लोगों और सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर में बिल्डिंग सप्लायर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. चौबीस घंटे में चार लोगों की आत्महत्या चिंताजनक है. पुलिस मामलों की जांच कर रही है, लेकिन वास्तविक कारणों का पता नहीं चल पा रहा है. आत्महत्या करने वालों में एक लड़की भी है.
मानगो भाई को दुकान भेजकर फंदे से लटका युवक
मानगो के जवाहरनगर रोड नंबर-14 में शाम मो. मंसूर (21) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि उसके माता-पिता एक रिश्तेदार के जनाजा में गए थे. घर में वह छोटे भाई के साथ था. अचानक भाई को कुछ सामान लाने दुकान भेजकर उसने फांसी लगा ली. दुकान से लौटने पर भाई ने उसे लटकते देखकर शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्र हो गए. मंसूर को उतारकर एमजीएम अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है.
सुंदरनगर किशोरी ने कर ली खुदखुशी
परसूडीह सरजामदा निवासी अदिनी हंसदा (15) ने शाम सुंदरनगर हितकू में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजन उसे सदर अस्पताल ले गए थे, लेकिन मौत हो चुकी थी. पुलिस के अनुसार, अदिनी के पिता नहीं हैं. वह मामा के घर रहती थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आत्महत्या का कारण जानने के लिए परिजनों से पूछताछ कर रही है.
बिल्डिंग सप्लायर ने घर में लगा ली फांसी
आदित्यपुर. आदित्यपुर थाना क्षेत्र के मांझी टोला, चंपई नगर निवासी बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर दिलीप दंडपात ने अपने कमरे में फंदे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि मृतक रात 11.30 बजे अपने घर लौटने के बाद सोने चला गया. इस बीच सुबह जब परिजनों ने चाय देने के लिए दरवाजा खटखटाया तो नहीं खोला. मृतक की मां ने कमरे के पीछे की खिड़की से झांका तो वह पंखे से लटक रहा था. आनन-फानन में पड़ोसियों की मदद से घर का दरवाजा तोड़कर दिलीप को फंदे से उतारा गया, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी. हालांकि, परिवार के लोग टीएमएच ले गए, पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मृतक दिलीप के दो बच्चे हैं, जिसमें एक नौ वर्ष की पुत्री तथा 3 माह का पुत्र है.