झारखंड

विदेशी कोयला का बढ़ा दाम, स्टील कंपनियों के सामने बीसीसीएल ने रखी ये शर्त

Renuka Sahu
13 March 2022 4:29 AM GMT
विदेशी कोयला का बढ़ा दाम, स्टील कंपनियों के सामने बीसीसीएल ने रखी ये शर्त
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फाइल फोटो 

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोकिंग कोल महंगा होने के कारण स्टील कंपनियां बीसीसीएल की शरण में हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोकिंग कोल (वॉश कोल) महंगा होने के कारण स्टील कंपनियां बीसीसीएल की शरण में हैं। स्थिति को देख बीसीसीएल भी स्टील कंपनियों से अब मोल भाव कर रही है। अभी दो दिन पहले सेल चेयरमैन और बीसीसीएल सीएमडी के बीच बैठक में कोयले की कीमत का मुद्दा छाया रहा है।

जेब करनी होगी ढीली
पूर्व के एमओयू के आधार पर बीसीसीएल अब सेल को कोयला देने को तैयार नहीं है। दोनों कंपनियों के प्रमुख एक कमेटी बनाने पर राजी हुए हैं जो बीसीसीएल में उपलब्ध कोकिंग कोल की गुणवत्ता का आकलन कर कीमत तय करेगी। मार्च में बीसीसीएल व सेल के बीच कोयला आपूर्ति का एमओयू खत्म हो रहा है। अब नई दर पर नए सिरे से एमओयू होगा। बीसीसीएल के वरिष्ठ आधिकारिक सूत्र ने बीसीसीएल-सीएमडी एवं सेल चेयरमैन के बीच हुई चर्चा पर बताया कि इंटरनेशनल मार्केट में कोकिंग कोल (वॉश कोल) की कीमत में बहुत ज्यादा है। बेहतर क्वालिटी का विदेशी कोकिंग कोल की कीमत 40 हजार रुपए प्रतिटन से भी कुछ अधिक है। गुणवत्ता के मामले में बीसीसीएल में उपलब्ध कोयला विदेशी कोयले के मुकाबले कुछ कमजोर है। इसके बाद भी बीसीसीएल से स्टील कंपनियों को काफी कम कीमत पर कोयला मिल रहा है। बीसीसीएल की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए कंपनी अब कोकिंग कोल के लिए मालभाव करेगी। ई-ऑक्शन में बीसीसीएल में उपलब्ध कोकिंग कोल की डिमांड बहुत ज्यादा है। सौ प्रतिशत से अधिक प्रिमियम पर बोली लग रही है। इसलिए स्टील कंपनियों को भी कोकिंग कोल के लिए अब जेब ढीली करनी होगी।
सूत्रों ने बताया कि सेल को दो टूक कहा गया है कि अंतरश्राष्ट्रीय बाजार में जो कीमत है उससे 50 प्रतिशत कम पर भी कोयला दें तो कम से कम 20 हजार रुपए प्रतिटन आएगा। यानी अब सेल एवं बीसीसीएल के बीच संभावित एमओयू में कोयले की ऊंची दर पर ही बात बनेगी।
बोले बीसीसीएल सीएमडी
मामले पर बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने हिन्दुस्तान से कहा कि बेशक विदेशी कोयले के मुकाबले गुणवत्ता में बीसीसीएल का कोयला कमजोर है। गुणवत्ता के आधार पर यदि 50डिस्काउंट पर भी बात करें तो बीसीसीएल काफी कम कीमत पर कोयला दे रही है। कंपनी की आर्थिक स्थिति को देखते हुए कोयला आपूर्ति और कीमत की समीक्षा कर रहे हैं। कमेटी बनी है। रिपोर्ट के आधार पर आगे बात होगी।
कोकिंग कोल पर सीएमडी बोले कि चालू वित्तीय वर्ष में बहुत ज्यादा वॉश कोल की आपूर्ति नहीं कर पा रहे। लगभग 1.2 मिलियन टन होगा। नए वित्तिय वर्ष में तीन मिलियन वॉश कोल का लक्ष्य निर्धारित किया है। मधुबन वाशरी के चालू होने से यह लक्ष्य हासिल होगा।
1. वर्तमान में पूर्व के एमओयू पर 11 ज्यादा पर वर्तमान में सेल को बीसीसीएल से कोयला मिल रहा है। लगभग 11700 प्रतिटन सेल को कोयला मिल रहा है।
2. यही कोयला आरआइएनएल को 15 हजार रुपए प्रतिटन पर करार हुआ है। शुक्रवार को इसी दर पर आरआइएनएल को एक रैक की आपूर्ति की गई। पांच रैक और देना है
3. कोकिंग कोल की मांग बढ़ने के कारण सेल-आरआइएनएल के अलावा जेएसडब्ल्यू सहित कई कंपनियां बीसीसीएल का दरवाजा खटखटा रही हैं
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