झारखंड

बाल सुधार गृह के दो गुटों के बीच मारपीट, कैदियों के खिलाफ़ केस दर्ज

Ritisha Jaiswal
20 April 2022 9:54 AM GMT
बाल सुधार गृह के दो गुटों के बीच मारपीट, कैदियों के खिलाफ़ केस दर्ज
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रांची के डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में दो गुटों के बीच हुई हुई जमकर मारपीट और हंगामा मामले में 19 बाल कैदियों के खिलाफ़ सदर थाने में केस दर्ज कर लिया

रांची के डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में दो गुटों के बीच हुई हुई जमकर मारपीट और हंगामा मामले में 19 बाल कैदियों के खिलाफ़ सदर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है. बाल सुधार गृह के वार्डन की तरफ दिए गए आवेदन के आधार पर ये एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं इसके साथ ही इस मारपीट में शामिल बाल कैदियों को भी चिन्हित किया गया है. उन्हें किसी दूसरे बाल सुधार गृह में शिफ्ट करने को लेकर मंथन भी किया जा रहा है. ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति दोबारा न हो और एक सबक दूसरे बाल कैदियों को दिया जा सके.

बता दें, रांची के डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में सोमवार की शाम करीब 5 बजे बाल कैदियों के दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर जमकर मारपीट हुई. इस मारपीट में लात घूंसों के अलावा लाठी डंडे से भी मारपीट की गई. वहीं बाल सुधार गृह में रखी कुर्सियां भी इस वर्चस्व की जंग में बाल कैदियों का हथियार बने.
आननफानन में रिम्स में भर्ती किए गए कैदी
इस मारपीट में 3 बाल कैदी भी बुरी तरह जख्मी हो गए जिन्हें आननफानन में रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. जानकारी के अनुसार रांची और खूंटी के बाल बंदियों के बीच वर्चस्व को लेकर कुछ दिनों पूर्व से ही टशन चल रहा था और वो ही टशन आखिरकार विवाद और फिर मारपीट में तब्दील हो गया.
वहीं मारपीट की इस घटना के बाद बाल सुधार गृह में छापेमारी भी की गई. इसमें चार बाल बंदियों के पास से मोबाइल भी बरामद किया गया है, जिसे जब्त कर सदर थाने पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
अब हुई वारदात तो सुरक्षाकर्मियों पर भी गिरेगी गाज
बाल सुधार गृह के बाल बंदियों की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि किसी भी हाल में इस तरह घटना दुबारा न हो. बावजूद अगर इस तरह की घटना होती है तो सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर गाज जरूर गिरेगी और विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. मारपीट की घटना में शामिल कुछ बाल बंदियों को चिन्हित भी किया गया है और उन बाल कैदियों को दूसरे बाल सुधार गृह में भेजने की तैयारी की जा रही है. ताकि दूसरे बाल कैदियो को एक स्पष्ट संदेश भी जाए कि अगर इस तरह की घटना होती है तो उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.


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