जमशेदपुर न्यूज़: टाटा स्टील के एलायंस एंड वेंचर्स डिवीजन ने एक नई फसल पोषक उत्पाद धुर्वी गोल्ड की उत्पादन सुविधा का उद्घाटन कंपनी के वीपी (टेक्नोलॉजी एंड न्यू मैटेरियल्स बिजनेस) देवाशीष भट्टाचार्जी ने पासा इंडिया प्रा. लिमिटेड के निदेशक अजय कुमार अग्रवाल के साथ संयुक्त रूप से आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में किया.
धुर्वी गोल्ड के प्रयोग से फसलों में बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है. पौधों में क्लोरोफिल की मात्रा बढ़ती है. यह मिट्टी को सिलिकॉन प्रदान करता है. इसकी वजह से मिट्टी का पीएच 7 तक बनाए रखने के अलावा फसलों की उपज 15 से 60 प्रतिशत तक बढ़ती है. इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 25,000 टन प्रति वर्ष होगी. व्यावसायिक उत्पादन भी जल्द ही शुरू होगा. संयंत्र की स्थापना एक बाहरी प्रसंस्करण एजेंट (ईपीए) के रूप में वर्धन रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड ने टाटा स्टील की तकनीकी मदद से की है. वर्धन रिसोर्सेज पासा इंडिया की सहायक कंपनी है. टाटा स्टील ने बीओएफ स्लैग का उपयोग कर सल्फर से भरपूर पोषक तत्व वाला सप्लीमेंट धुर्वी गोल्ड के निर्माण के लिए एक पेटेंट सस्टेनेबल अपशिष्ट प्रबंधन तकनीक विकसित की है. दावा किया गया है कि उत्पाद का मिट्टी की भौतिक-रासायनिक विशेषताओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप फसलों में अच्छी वृद्धि, होती है. गुणवत्ता युक्त फसलें प्राप्त होती हैं और बेहतर लाभ होता है. इस उत्पाद में प्राथमिक उर्वरकों के उपयोग को 50 प्रतिशत तक कम करने की क्षमता है. सरकारी अधिकारियों द्वारा किए गए अध्ययनों से इसके संकेत मिले हैं.
यह उत्पाद वर्तमान में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और महाराष्ट्र राज्यों में बेचा जा रहा है. यह उत्पाद किसानों को उनकी कृषि उत्पादकता बढ़ाने में सक्षम बनाता है क्योंकि इसके उपयोग से मिट्टी को आयरन, सिलिकॉन, कैल्शियम, सल्फर, बोरॉन, मैग्नीशियम, मोलिब्डेनम जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं.