झारखंड

किसानों को लाभ लेने के लिए किया गया प्रोत्साहित, जानिए इसके बारे में सबकुछ

Shiddhant Shriwas
23 Oct 2021 12:23 PM GMT
किसानों को लाभ लेने के लिए किया गया प्रोत्साहित, जानिए इसके बारे में सबकुछ
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यह योजना ग्रामीण आबादी के आर्थिक उत्थान में झारखंड में मील का पत्थर साबित होगी.

झारखंड में पशुपलान काफी पहले से होता आ रहा है. पशु यहां के किसानों के जीवन का अभिन्न अंग है इसके अलावा कृषि के लिए एक पशुओं से काफी मदद मिलती है. पशुपालन से यहां के किसानों को आमदनी भी होती रही है. इस सभी को देखते हुए राज्य में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए और किसानों को अतिरिक्त आय दिलाने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना चलायी जा रही है. राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सूबे में इस योजना का शीघ्र क्रियान्वयन किया जाए. इसे लेकर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन गाव्य विकास निदेशालय रांची द्वारा मत्स्य पालन किसान प्रशिक्षण केन्द्र में किया गया.

ग्रामीण आबादी का होगा आर्थिक उत्थानः कृषि मंत्री
कार्यशाला के मुख्य अतिथि मंत्री कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, झारखंड सरकार, बादल पत्रलेख ने मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के भौतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्यशाला में आए पशु मालिकों और अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशानिर्देश दिये. उन्होंने कहा कि यह योजना ग्रामीण आबादी के आर्थिक उत्थान में झारखंड में मील का पत्थर साबित होगी. झारखंड के गांवो में रोजगार सृजन का यह एक महत्वपूर्ण जरिया बन सकता है.
बादल पत्रलेख ने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के लिए हितग्राहियों के चयन की प्रक्रिया और मवेशियों की खरीद की प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने इसे सरल बनाने के तरीके बनाये और पशुपालकों को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. मौके पर झारखंड मिल्क फेजरेशन (जेएमएफ) ने अधिक से अधिक पशुपालकों से राज्य में संस्थागत दूध संग्रह प्रणाली से जुड़ने का अनुरोध किया ताकि अधिक से अधिक लोगों को राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे प्रोत्साहन मूल्य का लाभ मिल सके.
मंत्री ने दुग्ध उत्पादन और गाय पालन के लिए दिया गया राज्य स्तरीय पुरस्कार
प्रथम पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपये नकद राशि और प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह- निर्मला देवी, कोडरमा, द्वितीय पुरस्कार के रूप में नकद राशि 25 हजार रुपये और निकिता कुमारी, देवघर और तृतीय पुरस्कार के लिए क्रमशः प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह के रूप में 11 हजार रुपये और इंद्रदेव महतो, रांची को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया. साथ ही सीता देवी, हजारीबाग, राजेन्द्र यादव, लातेहार एवं मेवालालाल होन्हागा, चाईबासा को भी दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए राज्य स्तरीय सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गये.
किसानों को लाभ लेने के लिए किया गया प्रोत्साहित
कार्यों में विशिष्ट अतिथि के रूप में सचिव, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, अबू बक्र सिद्दीकी, विशेष सचिव-सह-सलाहकार, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग प्रदीप हजारी, निदेशक, गाव्य एवं पशुपालन शशि प्रकाश झा, मत्स्य पालन निदेशक एचएन द्विवेदी एवं प्रबंध निदेशक, झारखंड दुग्ध महासंघ (जेएमएफ) सुधीर कुमार सिंह ने किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया और पशुपालन के फायदों के बारे में बताया. विभाग के सचिव द्वारा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना को पशुपालकों के लिए वरदान बताया गया है.


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