झारखंड

कोडरमा में 33 लाख से ज्यादा कीमत की बिजली के पोल की हुई चोरी

Gulabi
22 Dec 2021 12:54 PM GMT
कोडरमा में 33 लाख से ज्यादा कीमत की बिजली के पोल की हुई चोरी
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जिले के डोमचांच में सपही के रास्ते सतगावां तक 22 किलोमीटर विद्युतीकरण की योजना पर चोरों की नजर लग गई है
कोडरमा: जिले के डोमचांच में सपही के रास्ते सतगावां तक 22 किलोमीटर विद्युतीकरण की योजना पर चोरों की नजर लग गई है. चोरों ने यहां लगाए गए और लगाने के लिए रखे गए करीब 150 बिजली के पोल चुरा लिए गए हैं. जिसके कारण सतगावां तक निर्बाध बिजली आपूर्ति पर ग्रहण लग गया है.
कोडरमा के डोमचांच थाना क्षेत्र के सपही होते हुए सतगावां जाने रास्ता जंगलों से होकर गुजरता है. इस रास्ते सतगावां तक निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए झारखंड संपूर्ण बिजली आच्छादन योजना के तहत विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा था. लेकिन इस विद्युतीकरण पर चोरों की नजर पड़ गई. चोरों ने विद्युतीकरण के लिए लगाए गए एक नहीं, दो नहीं, बल्कि 150 बिजली के पोल चुरा लिए हैं. जिसके कारण परियोजना अधर में लटक गई है.
परियोजना का निर्माण कर रही गोपी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने भी हाथ पीछे खींच लिए हैं.देखें पूरी खबरफिलहाल कोडरमा के सतगावां तक जो विद्युतीकरण किया गया है वह काफी पुराना है और जर्जर हो चुका है. ऐसे में इस जंगली रास्ते के सहारे नई विद्युतीकरण योजना का चयन किया गया था. इस पर तकरीबन 6 करोड़ रुपए की लागत से 22 किलोमीटर विद्युतीकरण का काम किया जाना था. लेकिन चोरों ने लक्ष्य पूरा होने से पहले बिजली के 150 बिजली के पोल चुरा लिए. जिसके कारण अब विद्युत विभाग ने इस विद्युतीकरण योजना को रद्द कर दिया है और नए विकल्प की तलाश में है.
इधर, विद्युतीकरण योजना का कार्य कर रही कंपनी ने थाने में शिकायत भी की गई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन चोरों को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार चोरी की इस घटना को पिछले तीन-चार महीने से अंजाम दिया जा रहा था. काटा गया बिजली का पोलजिस रास्ते 22 किलोमीटर तक विद्युतीकरण की योजना को पूरा किया जाना था, वह रास्ता जंगली क्षेत्र से होकर गुजरता है और इस रास्ते लोगों का आना जाना भी काफी कम रहता है. सुनसान रास्ते का फायदा उठाकर पिछले 3 से 4 महीने में चोरों ने 150 बिजली के पोल चुरा लिए और जहां निर्माण कंपनी को लाखों रुपए का चूना लगा दिया. वहीं, योजना के अधर में लटक जाने से सतगावां में नई विद्युतीकरण की योजना भी ठप पड़ गई है.
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