झारखंड

मानगो में वोटरों के साथ 252 करोड़ रुपए का चुनावी धोखा हुआ

Renuka Sahu
4 April 2024 6:14 AM GMT
मानगो में वोटरों के साथ 252 करोड़ रुपए का चुनावी धोखा हुआ
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मानगो में वोटरों के साथ 252 करोड़ रुपए का चुनावी धोखा हुआ है.

जमशेदपुर : मानगो में वोटरों के साथ 252 करोड़ रुपए का चुनावी धोखा हुआ है. पथ निर्माण विभाग ने बताया था कि 7 मार्च को फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. बाद में स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता के कार्यालय से 16 मार्च को रिलीज जारी कर फ्लाई वर का निर्माण कार्य शुरू होने की जानकारी दी गई थी. 16 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू हुई है. लेकिन अब तक फ्लाई ओवर का रत्ती भर काम नहीं हुआ. 1 इंच जमीन नहीं खोदी गई. सवाल यह उठता है कि अगर आदर्श आचार संहिता लगने के बाद फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य बंद होना था तो फिर 16 मार्च को इसका निर्माण कार्य शुरू करने का एलान करने का क्या औचित्य था. अगर पथ निर्माण विभाग के दावे के अनुसार 7 मार्च को फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था. तो 9 दिन में कोई भी काम क्यों नहीं हुआ. जहां से फ्लाई ओवर के निर्माण की बात कही गई थी. वहां अभी सिर्फ एक कंटेनर रखा गया है. एक जेसीबी खड़ी हुई है. डिमना रोड के रहने वाले लोग कहते हैं कि यह मतदाताओं के साथ बड़ा धोखा है. लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला था और जल्दबाजी में पथ निर्माण विभाग ने एक जेसीबी खड़ी कर ऐलान कर दिया कि फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. लेकिन मतदाता जब साइट पर पहुंचते हैं तो देखते हैं कि कहीं कोई काम नहीं हुआ.

साइट पर तैनात है टाटा स्टील यूआईएसल का गार्ड
मानगो के डिमना रोड में मुंशी मोहल्ला के पास डिमना डिवाइडर से फ्लाई ओवर के निर्माण की बात कही जा रही है. पथ निर्माण विभाग का कहना है कि फ्लाईओवर निर्माण का टेंडर हो चुका है. गुजरात की कंपनी दिनेश चंद्र अग्रवाल और इब्रा इस्कॉन की ज्वाइंट वेंचर कंपनी इस फ्लाईओवर का निर्माण करेगी. फ्लाईओवर 3.4 किलोमीटर लंबा होगा. इसे 252 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा. डिमना डिवाइडर में जिस साइट पर फ्लाईओवर निर्माण की बात कही गई है. वहां अभी टाटा स्टील यूआईएसल ने पौधे लगा रखे हैं. यहां उनका एक गार्ड भरत मुर्मू भी तैनात है. पटमदा का रहने वाला गार्ड बताता है कि अभी यहां यह जेसीबी खड़ी की गई है और कंटेनर रखा गया है. मौके पर कई लोग मौजूद हैं. सभी बता रहे हैं कि अभी तक फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हुआ. बस ऐसे ही हवा फैला दी गई की निर्माण कार्य शुरू हो गया है. पथ निर्माण विभाग ने ऐसा क्यों किया. डिमना के रहने वाले बताते हैं कि ऐसा शायद लोकसभा चुनाव में फायदा लेने के लिए किया गया हो. पथ निर्माण विभाग मतदाताओं को बेवकूफ बनाने की जुगत में लगा हुआ है. लोगों का कहना है कि जब निर्माण कार्य शुरू नहीं करना था तो क्या जरूरत थी जेसीबी और कंटेनर लाकर रखने की. लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद ही जब फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होता तब यह तम-झाम कर दिया जाता.
13 मार्च को भूमि पूजन भी हो गया था रद
फ्लाईओवर के निर्माण कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहले ही सात नवंबर 2022 को कर चुके थे. इसके बावजूद पथ निर्माण विभाग ने ऐलान किया कि 13 मार्च को कोऑपरेटिव कॉलेज में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन फ्लाईओवर निर्माण कार्य का भूमि पूजन करेंगे. इसके लिए तैयारी भी शुरू हो गई थी. जिला प्रशासन जोर-शोर से तैयारी में जुट गया था. डीसी अनन्य मित्तल कई बार कोऑपरेटिव कॉलेज गए और वह स्थल देखा जहां मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होना था. लेकिन बाद में आनन-फानन इस कार्यक्रम को रद कर दिया गया था. जनता को कुछ पता ही नहीं चला कि आखिर भूमि पूजन का यह कार्यक्रम क्यों रद्द किया गया है.
मतदाताओं को फ्लाईओवर निर्माण शुरू होने का बेसब्री से इंतजार
मानगो में रोज जाम लगता है. मानगो के दोनों पुल जाम रहते हैं. इससे लोगों को काफी दिक्कत होती है. मानगो में ज्यादा अच्छे स्कूल नहीं हैं. सारे स्कूल स्वर्णरेखा नदी के इस पर साकची व बिष्टुपुर में हैं. इसलिए बड़ी संख्या में अभिभावक सुबह बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए निकलते हैं. इसी बीच मानगो ब्रिज पर जाम लगता लग जाता है और बच्चे समय से स्कूल नहीं पहुंच पाते. यही स्थिति स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर वापसी की होती है. वापसी में जब लंबा जाम लगता है तो गर्मी की चिलचिलाती धूप में बच्चे परेशान हो जाते हैं. इसके अलावा, दफ्तर जाने वाले लोग भी जाम में फंस कर लेट हो जाते हैं.
निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से जनता में निराशा
फ्लाईओवर निर्माण की बात जब चली थी तो पब्लिक काफी खुश हुई थी. लेकिन, अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से लोगों में निराशा है. मानगो के रहने वाले सुनील व्यास कहते हैं की अब जल्द चुनाव खत्म हो और फ्लाईओवर का निर्माण शुरू हो. टीचर्स कॉलोनी के रहने वाले राजेश कुमार का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव का ऐलान हो जाएगा और अब फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. यही नहीं चुनाव के बाद कौन जीते और किसकी सरकार बने. ऐसे में प्रोजेक्ट लटकने का भी खतरा है. उनका कहना था कि साल 2022 में जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसका शिलान्यास किया था. तभी अगर निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो जाता तो ठीक था.


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