झारखंड

रांची में मंत्री आलमगीर के कई ठिकानों पर ED की छापेमारी, गिरफ्तार

Apurva Srivastav
7 May 2024 3:02 AM GMT
रांची में मंत्री आलमगीर के कई ठिकानों पर  ED की छापेमारी, गिरफ्तार
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झारखंड : में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने सोमवार देर रात मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के निजी सचिव संजीव कुमार लाल (Sanjeev Kumar Lal) और संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम (Jahangir Alam) को गिरफ्तार किया। आज दोपहर में दोनों कोर्ट ले जाये जाएंगे, जहां ईडी रिमांड का आग्रह करेगी।
एक दिन पहले मंत्री से जुड़े छह ठिकानों पर ईडी ने छापा (ED Raid in Ranchi) मारा था, जिसमें कुल 35 करोड़ 23 लाख रुपये नकदी की बरामदगी हुई थी।
ईडी ने इन ठिकानों पर की छापामारी
गौरतलब है कि राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े आधा दर्जन ठिकानों पर सोमवार को एक साथ ईडी ने छापामारी की। छापामारी में ईडी को अलग-अलग ठिकानों से करीब 35.23 करोड़ रुपये नकद मिले हैं।
ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम, दो इंजीनियरों कुलदीप मिंज व विकास कुमार तथा ठेकेदार मुन्ना सिंह के आवास पर छापामारी की।
इन ठिकानों से मिले इतने करोड़
इसमें सर्वाधिक 31.20 करोड़ रुपये मंत्री के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के हरमू रोड स्थित फ्लैट से मिले हैं। इसके अलावा ठेकेदार मुन्ना सिंह के यहां से 2 करोड़ 93 लाख और एक अन्य ठिकाने से 10 लाख रुपये बरामद हुए।
बरामद नोटों को गिनने के लिए कई मशीनें लाई गईं, जबकि उन्हें ले जाने के लिए 10 बड़े बक्से व बैग लाए गए थे। देर रात तक बरामद रुपयों की गिनती जारी थी। इस छापेमारी में भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण व दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में ईडी ने की कार्रवाई
ईडी ने यह कार्रवाई ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम (Virendra Ram) से जुड़े मामले में की है। वीरेंद्र राम को टेंडर घोटाले में ईडी ने 23 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह जेल में बंद हैं।
ईडी ने वीरेंद्र राम के विरुद्ध छानबीन में यह खुलासा किया था कि उन्होंने टेंडर कमीशन के माध्यम से करीब सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित की है। ईडी ने उसके बाद वीरेंद्र राम के पांच अन्य सहयोगियों को भी दबोचा था।
बार-बार बेहोश होते रहे निजी सचिव संजीव कुमार लाल मंत्री
आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल रुपयों की बरामदगी के बाद बार-बार बेहोश होते रहे। उनके सरकारी आवास पर ही उनका नौकर जहांगीर आलम रहता था। सर सैयद रेसिडेंसी का फ्लैट जहांगीर आलम के नाम पर ही तीन महीने पहले लिया गया था, लेकिन वह फ्लैट में नहीं रहता था।
ईडी ने जब संजीव कुमार लाल के सरकारी आवास पर छापेमारी की तो जहांगीर वहीं मिला। छानबीन में उसने अपने फ्लैट की जानकारी दी, जहां की चाबी के साथ ईडी उसे लेकर फ्लैट पर पहुंची। जब ईडी ने फ्लैट खोला तो वहां नोटों का ढेर देखकर भौचक्क रह गई।
वहां करीब 25 करोड़ रुपये से अधिक रुपये होने के अनुमान हैं, जिसकी गिनती देर रात तक चलती रही। ईडी सभी संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। छापेमारी देर रात तक चलती रही।
पीपी कंपाउंड में ठेकेदार मुन्ना सिंह, सेल सिटी में इंजीनियर विकास कुमार के ठिकानों पर भी छापा ईडी ने रांची के पीपी कंपाउंड में ठेकेदार मुन्ना सिंह, सेल सिटी में इंजीनियर विकास कुमार व बोड़ेया में ठेकेदार कुलदीप मिंज के ठिकानों को भी तलाशा है। मुन्ना सिंह कुसुम विहार के गीतांजलि अपार्टमेंट में रहता है। मूलत: वह बक्सर के दुल्लहपुर का रहने वाला है।
संजीव लाल की पत्नी भी है रियल इस्टेट कंपनी में निदेशक
मुन्ना सिंह पहले गीतांजलि रियल इस्टेट में था। अभी वह तेजस्विनी रियल इस्टेट में से जुड़ा है।इस कंपनी की निदेशक संजीव लाल की पत्नी है। मुन्ना विवादास्पद जमीन और फ्लैट के नकली कागजात बनाकर खरीद-बिक्री करने में भी माहिर है।
अब तक ये हो चुके हैं गिरफ्तार
ग्रामीण कार्य विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम, उनका भतीजा आलोक रंजन, वीरेंद्र राम के चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल का सहयोगी हरीश यादव, उनके सहयोगी नीरज मित्तल, राम प्रकाश भाटिया व तारा चंद।
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