झारखंड

ईडी ने अवैध खनन का सुराग जुटाने को तेज की जांच, सरकारी अफसरों पर कस सकता है शिकंजा, नाविक समिति रडार पर

Renuka Sahu
11 July 2022 3:12 AM GMT
ED investigates to gather clues about illegal mining, may tighten the noose on government officials, sailors committee on radar
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फाइल फोटो 

साहिबगंज में टेंडर मैनेज और अवैध खनन के जरिए मनी लाउंड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय कई पहलुओं की जांच कर तथ्य जुटाने में लगी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साहिबगंज में टेंडर मैनेज और अवैध खनन के जरिए मनी लाउंड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कई पहलुओं की जांच कर तथ्य जुटाने में लगी है। ईडी ने रेलवे के जरिए ट्रांसपोर्टिंग से जुड़े मामले में जो पड़ताल की है, उसमें साहिबगंज के कन्हैया नाम के एक कारोबारी द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। ईडी ने रेल के जरिए खनिज की ट्रांसपोर्टिंग से जुड़े चालान की जानकारी मांगी थी। इसके अलावा जिलों में खनन के लिए आवंटित विस्फोटक, रॉयल्टी, चालान समेत कई जानकारी मांगी थी। ईडी की प्रारंभिक जांच में अवैध खनन के जरिए कमाई की पुष्टि हुई है।

सरकारी अफसरों पर भी कस सकता है शिकंजा
ईडी ने साहिबगंज में छापेमारी के दौरान सरकार के कामकाज से जुड़े विभागीय दस्तावेज समेत कई कागजात बरामद किए हैं। ईडी यह जांच रही है कि सरकार के कामकाज से जुड़े दस्तावेज निजी लोगों तक कैसे पहुंचे। ईडी इस मामले में संबंधित विभाग के अफसरों से भी पूछताछ कर सकती है। फिलहाल ईडी ने पंकज मिश्रा समेत उन 14 लोगों को नोटिस दिया है, जिनके यहां शुक्रवार को छापेमारी हुई थी।
छापेमारी में जब्त रुपये दो जगह जमा
साहिबगंज में शुक्रवार को विभिन्न जगहों पर छापेमारी के दौरान ईडी ने करीब साढ़े पांच करोड़ रुपए जब्त किए थे। इसके अलावा कुछ गहने और दस्तावेज भी जब्त किये गये थे। हालांकि रात हो जाने की वजह से जब्त रुपए को बैंक में जमा करने में परेशानी हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ईडी का बैंक एकाउंट पंजाब नेशनल बैंक में है। लिहाजा साहिबगंज के पटेल चौक पर पंजाब नेशनल बैंक से संपर्क करने के बाद काफी मशक्कत के बाद सिर्फ दो करोड़ रुपए ही जमा हो सके। ईडी के पदाधिकारियों ने रांची स्थित पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा से संपर्क कर इस बात की जानकारी दी। विचार-विमर्श के बाद शेष बची राशि व गहने को रांची की पीएनबी शाखा में जमा कराने का निर्णय लिया गया। इसके बाद ईडी के पदाधिकारी रुपए से भरे बैग लेकर रांची कूच कर गये।
फेरी सर्विस कराने वाली समिति भी रडार पर
गंगा नदी में फेरी सर्विस ऑपरेट करने वाली नाविक समिति भी ईडी की रडार पर है। ईडी ने नाविक समिति से पूर्व में कई तरह की जानकारी मांगी थी, इस बार भी नाविक समिति से जुड़े लोगों के यहां छापेमारी की गई थी। टेंडर लेने के लिए कैश में पांच करोड़ से अधिक की राशि ट्रेजरी में जमा कराने के बाद से ही फेरी सर्विस संचालक ईडी की रडार पर हैं। फेरी संचालन से जुड़े एक शख्स के यहां से भी करोड़ों के निवेश के कागजात मिलने की बात सामने आयी है।
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