कम बारिश के कारण झारखंड के ज्यादातर जलाशयों के जलस्तर में आई भारी गिरावट
रांची। पूरे झारखंड में बारिश की कमी के कारण राज्य के ज्यादातर जलाशयों में जलस्तर में गिरावट देखी जा रही है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। पूरे झारखंड में बारिश की कमी के बीच राज्य के 56 जलाशयों में, कुछ को छोड़कर, जलस्तर में भारी गिरावट आई है। राज्य जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता (निगरानी) मोतीलाल सिंह ने कहा कि यदि मॉनसून की बारिश कम हुई, तो इससे आने वाले महीनों में पेयजल संकट पैदा हो सकता है और सिंचाई के लिए कृषि क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति बढ़ सकती है। सिंह ने कहा, ''हमने इस सप्ताह 56 जलाशयों में पानी की उपलब्धता की समीक्षा की और एक या दो को छोड़कर लगभग सभी जलाशयों की क्षमता की तुलना में जल स्तर में 60 प्रतिशत से अधिक की कमी पाई। केवल 40 प्रतिशत (भंडारण क्षमता का) भरा हुआ है।'' उन्होंने कहा कि जलाशयों में गिरते जलस्तर ने पहले ही खरीफ की खेती को प्रभावित किया है क्योंकि राज्य में कुल बुवाई का दायरा 27.35 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि धान की बुवाई बृहस्पतिवार तक 17.43 प्रतिशत थी। सिंह ने कहा, ''यदि राज्य में मॉनसून के मौजूदा चरण में पर्याप्त बारिश नहीं होती है, तो आने वाले महीनों में इसे पीने के पानी के संकट का सामना करना पड़ सकता है।'' उन्होंने कहा कि जिन जलाशयों में पानी का स्तर गिर रहा है उनमें बोकारो जिले का तेनुघाट बांध भी शामिल है, जिसमें 81,440 हेक्टेयर मीटर की क्षमता के मुकाबले वर्तमान में लगभग 17,800 हेक्टेयर पानी का भंडारण है। इसकी क्षमता 3,047 हेक्टेयर मीटर की तुलना में, गढ़वा में अनराज जलाशय में वर्तमान में 1,116 हेक्टेयर मीटर पानी है।