झारखंड

डॉ. अजय कुमार ने कहा- 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीयता का निर्णय एक सराहनीय कदम

Renuka Sahu
16 Sep 2022 5:30 AM GMT
Dr. Ajay Kumar said- Decision of locality on the basis of Khatian of 1932 is a commendable step
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न्यूज़ क्रेडिट : lagatar.in

कांग्रेस कार्यसमिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य व जमशेदपुर के पूर्व सांसद आईपीएस डॉ. अजय कुमार ने प्रदेश में 'स्थानीयता' तय करने के लिए 1932 के खतियान को आधार बनाने के निर्णय का स्वागत किया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कांग्रेस कार्यसमिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य व जमशेदपुर के पूर्व सांसद आईपीएस डॉ. अजय कुमार ने प्रदेश में 'स्थानीयता' तय करने के लिए 1932 के खतियान को आधार बनाने के निर्णय का स्वागत किया है. साथ ही सरकार द्वारा राज्य की सरकारी नौकरियों में पिछड़े वर्गों (ओबीसी) को मौजूदा 14% के बजाय 27% आरक्षण देने, आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लिए भी 10% आरक्षण की व्यवस्था करने एवं एससी और एसटी वर्ग के आरक्षण में 2% की वृद्धि के फैसले का भी स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भी वे हमेशा आरक्षण नीति के पक्ष में आवाज उठाते थे और इस संबंध में सरकार को कई पत्र भी लिखे थे.

1932 के साथ-साथ अंतिम सर्वे सेटेलमेंट को रखा जाए स्थानीय नीति का आधार
डॉ. अजय ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस व राजद की यूपीए सरकार ने राज्य के सभी वर्ग के लोगों से किए गए वादों को हमेशा पूरा किया है और भविष्य में भी ऐसा करने के लिए समर्पित है. इस दौरान डॉ. अजय ने राज्य सरकार को सलाह भी दी कि कोल्हान प्रमंडल में 1932 के बाद 1964 में सर्वे सेटलमेंट हुआ था. अतः 1932 के साथ-साथ अंतिम सर्वे सेटेलमेंट को स्थानीय नीति का आधार रखा जाए. ताकि हमारे कोल्हान के मूलवासी-आदिवासी वंचित न रह जाए.
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों के अथक प्रयासों के कारण ही संभव हो पाया है.
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