झारखंड की राजधानी रांची में धनबाद से कम पार्किंग शुल्क लग रहा है। धनबाद नगर निगम जहां दोपहिया वाहनों का पार्किंग शुल्क 10 रुपए वसूल रहा है, वहीं रांची में यह शुल्क पांच रुपए है। एक साल पहले तक धनबाद में भी यही शुल्क था लेकिन नगर निगम ने इसमें बढ़ोतरी करते हुए 10 रुपए कर दिया है।
धनबाद नगर निगम ने अपने सैरात-पार्किंग की बंदोबस्ती शुरू कर दी है। आधे से अधिक सैरातों की बंदोबस्ती भी हो चुकी है। यहां लोगों से दोपहिया वाहन के लिए 10 रुपए और चारपहिया वाहन के लिए 20 रुपए वसूले जा रहे हैं। नगर निगम ने संवेदकों से इसी रेट पर एग्रीमेंट किया है। लेकिन राजधानी के मुकाबले यहां अधिक शुल्क वसूलने का विरोध शुरू हो गया है। नगर निगम के पूर्व पार्षदों से लेकर अधिवक्ता तक बढ़े हुए शुल्क का विरोध कर रहे हैं। नगर निगम पार्किंग से हर साल एक करोड़ से अधिक की कमाई करता है।
रांची में दस मिनट गाड़ी लगाने पर नहीं लगता शुल्क
रांची में दस मिनट तक निगम की पार्किंग में वाहन लगाने पर शुल्क नहीं लिया जाता है। लेकिन धनबाद में यह सुविधा नहीं दी जा रही है। यहां गाड़ी पांच मिनट के लिए खड़ी कीजिए या तीन घंटे के लिए, पार्किंग शुल्क देना होगा। धनबाद नगर निगम ने शहर के लोगों को यह सुविधा अभी तक नहीं दी है। इससे लोगों की जेब पर चपत लग रही है, लेकिन निगम का इसपर ध्यान नहीं है।
नगर निगम से महंगी रेलवे की पार्किंग
नगर निगम से भी महंगी शहर में रेलवे की पार्किंग है। स्टेशन के बाहर चारपहिया वाहन लगाने पर 30 रुपए वसूला जा रहा है। एक ही शहर में पार्किंग के दो अलग-अलग नियम समझ से परे हैं। स्टेशन में भी वही सिस्टम है। पांच मिनट के लिए भी गाड़ी लगाने पर पूरे 30 रुपए का पार्किंग शुल्क देना पड़ता है।