झारखंड

धनबाद : निर्माणाधीन रेलवे अंडरपास की मिट्टी का ढेर ढहने से चार मजदूरों की मौत, 2 सुरक्षित

Rani Sahu
13 July 2022 8:37 AM GMT
धनबाद : निर्माणाधीन रेलवे अंडरपास की मिट्टी का ढेर ढहने से चार मजदूरों की मौत, 2 सुरक्षित
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धनबाद रेलमंडल क्षेत्र के प्रधानखंता स्टेशन के समीप अंडरपास के धंसने से 6 मजदूर मलबे में दब गए

Dhanbad : धनबाद रेलमंडल क्षेत्र के प्रधानखंता स्टेशन के समीप अंडरपास के धंसने से 6 मजदूर मलबे में दब गए. चार मजदूरों की मौत मलबे में दब कर हो गई है. जबकि, दो मजदूरों को सुरक्षित मलबे से बाहर निकाल लिया गया है. मिट्टी में दबने वाले मजदूरों में 45 वर्षीय निरंजन महतो, 40 वर्षीय पप्पू कुमार महतो, 30 वर्षीय विक्रम कुमार महतो और 25 वर्षीय सौरभ कुमार धीवर हैं.

हादसे के बाद डीआरएम के निर्देश पर तत्काल रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू में जुट गई है. सीनियर डीसीएम अखिलेश पांडेय ने बताया कि अभी घटना की वजह का अभी पता नहीं चला है. जांच टीम गठित की गई, जो इस मामले की जांच करेगी और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और घायल मजदूरों को भी मुआवजा दिया जायेगा.
बताते हैं कि रेलवे अंडरपास का काम यहां कई दिनों से ठेकेदार की ओर से कराया जा रहा था. मंगलवार की रात में भी अनेक मजदूर कार्य कर रहे थे. इसी दौरान ऊपर से मिट्टी का काफी मलवा नीचे गिरा. काम कर रहे चार मजदूर दब गए. कुछ लोगों का कहना है कि मिट्टी के मलवा में और मजदूर दबे हैं. इन्हें निकालने के लिए देर रात तक संबंधित अधिकारी या कर्मी नहीं पहुंचे.
मंगलवार की देर रात तकरीबन 12:30 बजे धनबाद डीआरएम आशीष बंसल लाव लश्कर के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें गांव वालों का भारी विरोध झेलना पड़ा. उनकी नाराजगी इस वजह से थी कि घटना 8:30 बजे होने के बाद भी डीआरएम 4 घंटे बाद पहुंचे थे. इस पर डीआरएम ने सफाई भी दी. उन्होंने बताया कि धनबाद रेल मंडल के अलग-अलग हिस्से में सीआरएस निरीक्षण होने की वजह से वह देर रात धनबाद पहुंचे हैं और जैसे ही घटना की जानकारी मिली वह घटनास्थल पर के लिए निकल पड़े.
मौत के मंजर को अपनी आंखों के सामने देखने वाले नाथ महतो बताते हैं कि "हमनी काम करे हलियो. सिंदरी पैसेंजर पार करलको. फिर एगो मालगाड़ी आल हलो. एकबैगे धड़ धड़ाके ऊपर से मिट्टी धस गेलो. निरंजन, पप्पू, विक्रम, सौरभ आर सुरेंद्र सब मिट्टी में दब गेलो. हम घुटना तकले मिट्टी में धस गेलियो. कैसे कैसे करके निकललियो. पैर उर सब छिला गेलो. हमर पीछे पीछे सुरेंदर उठ लो. फिर हमनी जाके गांव में बोललियो तब पूरा गांव ऐलो…."
इधर, ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे लाइन से 10 फीट नीचे मजदूर काम कर रहे थे. कार्य के दौरान रेलवे का कोई जिम्मेवार अधिकारी मौके पर नहीं था. घटना के बाद काम करा रहे ठेकेदार के कर्मी भाग गए. बलियापुर थाना को सूचना दिए जाने के बाद भी 10 बजे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी. इससे भी लोगों में काफी आक्रोश हैं.
आक्रोशित ग्रामीणों को देखते हुये तत्काल मुआवजा राशि की घोषणा की गई. इसके बाद पुलिस प्रशासन राहत कार्य में लगे.
Rani Sahu

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