विभागों में अब नहीं होगा टेंडर मैनेज, प्रक्रिया में बदलाव
धनबाद न्यूज़: झारखंड में ग्रामीण कार्य विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम के पास मिली करोड़ों की संपत्ति के बाद राज्य सरकार ने टेंडर प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है. अब सरकारी विभागों में टेंडर पेपर छीनने की घटना नहीं होगी. राज्य सरकार ने सभी सरकारी विभागों में अब ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया लागू करने का आदेश जारी कर दिया है.
ऑनलाइन टेंडर के बाद विभाग आकर हार्ड कॉपी जमा करने का नियम सरकार ने समाप्त कर दिया है. हार्ड कॉपी जमा करने के क्रम में ही पेपर छीनने की घटना को दबंग ठेकेदारों के गुर्गे अंजाम देते हैं.
सरकार के संयुक्त सचिव रंजीत रंजन प्रसाद ने सभी सरकारी विभागों के चीफ इंजीनियर को पत्र लिखकर एक मार्च से टेंडर प्रक्रिया ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है. ऑनलाइन टेंडर भरने के बाद ऑफलाइन पेपर जमा करने की प्रक्रिया को बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया है. सरकार के इस निर्देश के बाद टेंडर मैनेज करने वाले ठेकेदारों की दुकानदारी बंद होने वाली है. अब घर बैठे कोई भी ठेकेदार पेपर डाल देंगे.
धनबाद में हर विभाग में चलता है टेंडर मैनेज का खेल धनबाद के सरकारी विभागों में भी टेंडर मैनेज का खेल चलता है. पहले फोन पर मैनेज किया जाता है. बात नहीं मानने पर विभाग के बाहर पेपर छीन कर रख लेने की घटना कई बार हुई है. धनबाद में नगर निगम, ग्रामीण कार्य विभाग, लघु सिंचाई, विशेष प्रमंडल, पथ प्रमंडल में सर्वाधिक टेंडर होते हैं.
सरकार तैयार करा रही नया सॉफ्टवेयर इस आदेश के बाद राज्य सरकार नया सॉफ्टवेयर तैयार करा रही है. इसमें सिर्फ एक ही बार ऑनलाइन टेंडर जमा करने की सुविधा रहेगी. इसकी कॉपी ठेकेदारों को निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सरकार ने एक मार्च से इसे लागू करने का निर्देश दिया है, लेकिन अगले एक हफ्ते में इस नियम को लागू किया जाएगा.