
झारखंड के धोखरा मिडिल स्कूल परिसर से चुआं में डूबने वाले बच्चे का शव 22 घंटे बाद उठाया गया। गुरुवार को स्कूल के पास चुआं में डूबने से चौथी कक्षा के नौ वर्षीय बच्चे करण कुमार महतो की मौत हो गई थी। इससे ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया था। ग्रामीणों को मनाने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शाम पांच बजे बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इधर, दूसरी तरफ घोखरा मिडिल स्कूल परिसर से शव उठाने से मृत बच्चे के पहले पिता संजय कुमार महतो ने घटना के लिए प्रधानाध्यापक कान्हाई मंडल व शिक्षिका आशा चक्रवर्ती को जिम्मेवार ठहराते हुए थाना में शिकायत की है। पिता आरोप है कि गुरुवार की दोपहर ढाई बजे उन्हें खबर मिली कि विद्यालय से कुछ ही दूरी पर चुआं (डोभा) में डूबने से उनके पुत्र की मौत हो गई है। घटनास्थल पर पहुंचने पर इसी गांव के रामजय महतो को करण के शव को चुआं से निकालते हुए देखा। पूछने पर बच्चों ने बताया कि मध्याह्न भोजन के बाद छात्र थाली धोने व शौच करने चुआं के पास गया था। पिता का कहना है कि घटना के बाद बाकी बच्चों ने एचएम व शिक्षिका को सूचना दी लेकिन शिक्षक इसे नजरंदाज कर वहां से चलते बने।
डर से नहीं पहुंचे शिक्षक, स्कूल में ताला
घटना के खिलाफ आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों का रुख देख डर से एचएम व शिक्षिका दिनभर विद्यालय नहीं पहुंचे। विद्यालय के सभी कमरों में ताला लटका रहा। घटना से भयभीत एक बच्चा पढ़ने के लिए स्कूल नहीं आया। गुरुवार को बच्चे डूबने के बाद से ही ग्रामीण आक्रोशित थे।
हंगामा करते हुए घटना के लिए जिम्मेवार शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई व मुआवजा की मांग कर रहे थे। सीओ रामप्रवेश कुमार व थाना प्रभारी श्वेता कुमारी ने आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की पर ग्रामीणों व परिजनों ने किसी की एक नहीं सुनी। पुलिस को शव उठाने नहीं दिया। काफी मान-मनौव्वल के बाद शव उठाया गया। इस दौरान मुखिया प्रतिनिधि नरेश महतो, पूर्व मुखिया शत्रुघन महतो, सत्येन्द्रनारायण महतो, भूपतिभूषण महतो, मदन महतो, सुनील महतो, साधु महतो, गणेश महतो, जग्गु महतो, परिजन आदि मौके पर थे।
छात्र का शव पहुंचते ही गांव में मातम
पोस्टमार्टम के बाद शाम पांच बजे छात्र का शव धोखरा मल्लिकडीह लाया गया। शव पहुंचते ही परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसर गया। मां मिथिला देवी व परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे। मां कई बार बेहोश होकर गिर पड़ी। शव के पास परिजनों की हालत देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं।