झारखंड में राकांपा विधायक कमलेश सिंह ने घोषणा की है कि उन्होंने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। सिंह ने कहा कि मतदान करते समय उन्होंने अपनी आत्मा की आवाज सुनी।
देश के 16वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए मतदान जारी है। नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए जारी मतदान में कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा ले रहे हैं। अब तक हुए मतदान को देखते हुए चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है। इसी बीच, झारखंड में राकांपा विधायक कमलेश सिंह ने घोषणा की है कि उन्होंने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। सिंह ने कहा कि मतदान करते समय उन्होंने अपनी आत्मा की आवाज सुनी।
जारी है मतदान
गौरतलब है कि झारखंड की पूर्व राज्यपाल रही द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला हजारीबाग के पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा से है। यशवंत सिन्हा, कांग्रेस, टीएमसी और राकांपा सहित गैर-भाजपा दलों के संयुक्त उम्मीदवार हैं। विधानसभा सूत्रों के मुताबिक, दोपहर एक बजे तक राज्य के 81 में से 50 विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए सदन के ट्रिब्यूनल हॉल में वोट डाला। ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के दो विधायक सहित एनडीए के 28 विधायक अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए एक बस में विधानसभा परिसर पहुंचे।
भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने किया दावा
इस दौरान भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने दावा किया कि 'राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को झारखंड में किसी भी हाल में कम से कम 65 विधायकों का समर्थन मिलेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के कई विधायक भी अपनी आत्मा की आवाज सुनते हुए उन्हें वोट देंगे।'
सबसे पहले इस विधायक ने किया वोट
झारखंड विधानसभा में राष्ट्रपति पद के लिए सबसे पहले भाजपा विधायक अनंत ओझा और भानु प्रताप शाही ने मताधिकार का प्रयोग किया। इस मौके पर अनंत ओझा ने कहा कि देश के पहले नागरिक को चुनने के लिए मतदान करने वाला मैं पहला व्यक्ति था। यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। वहीं, शाही ने कहा, हमारा दृढ़ विश्वास है कि मुर्मू गरीबों, दलितों और दलितों सहित समाज की बेहतरी के लिए काम करेंगीं।
वहीं, भाजपा से सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो अपना वोट नहीं डाल सके। दरअसल, उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था। 81 सदस्यीय सदन में सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के पास 48 विधायक हैं, जिसमें अकेले झामुमो पार्टी के पास 30 सीटें हैं। वहीं, भाजपा के पास पूर्व जेवीएम-पी प्रमुख बाबूलाल मरांडी सहित 26 विधायक हैं, जो 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद भगवा खेमे में शामिल हो गए थे। गौरतलब है कि देश भर में प्रत्येक सांसद का वोट मूल्य 700 है। झारखंड में विधायकों का वोट वैल्यू 176 है। राज्य में झामुमो के तीन, भाजपा के 14, कांग्रेस के दो और आजसू पार्टी के एक सांसद हैं।