झारखंड

कूरियर कंपनी का 35 लाख डकारने वाला डिलीवरी बॉय गिरफ्तार

Rani Sahu
18 Aug 2022 5:37 PM GMT
कूरियर कंपनी का 35 लाख डकारने वाला डिलीवरी बॉय गिरफ्तार
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कूरियर कंपनी ब्लूडार्ट का 35 लाख रूपए लेकर पिछले 10 महीने से फरार डिलीवरी बॉय रजनीश पाठक अंततः पुलिस गिरफ्त में आ ही गया
Palamu: कूरियर कंपनी ब्लूडार्ट का 35 लाख रूपए लेकर पिछले 10 महीने से फरार डिलीवरी बॉय रजनीश पाठक अंततः पुलिस गिरफ्त में आ ही गया. बुधवार को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार कर मेदिनीनगर टाउन थाना पुलिस ले आई है. बता दें कि अक्टूबर 2021 में कूरियर कंपनी का 35 लाख 50 हजार रूपए हड़पने के बाद डिलीवरी बॉय अपनी पहचान छुपाकर कथित गर्लफ्रेंड के साथ पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रह रहा था.
व्हाट्सएप से कई सबूत मिले
रजनीश पाठक पुलिस पूछताछ में आरोप स्वीकार नहीं कर रहा है. वह लागातार बता रहा है कि उसने कंपनी के पैसे की कोई गड़बड़ी नहीं की है. हालांकि पुलिस अनुसंधान में रजनीश के व्हाट्सएप से कई सबूत मिले हैं. यह भी पता चला है कि रजनीश फरार होने के बाद जब रांची पहुंचा तो उस समय से ही कॉल गर्ल के धंधे से जुड़ गया था. संपर्क करने के बाद कई लड़कियों को उसने संबंधित पते पर भेजा भी था. पुलिस के अनुसार शुक्रवार को ब्लूडार्ट कंपनी के कई पदाधिकारी उससे पूछताछ करेंगे. इसके बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की कार्रवाई की जायेगी.
जीएलए कॉलेज के पास बारालोटा कमलानगर निवासी रजनीश पाठक सिलीगुड़ी इलाके में पिछले कुछ दिन पहले शराब पीकर हंगामा कर रहा था. इसकी सूचना जब पुलिस को हुई तो कार्रवाई की गयी. पुलिस छानबीन में रजनीश की पहचान उभरकर सामने आई. इसके बाद सिलीगुड़ी पुलिस ने पलामू पुलिस से संपर्क साधा. हालांकि इससे पहले भी सूचना मिलने पर शहर थाना पुलिस सिलीगुड़ी छानबीन के लिए गई थी, लेकिन रजनीश पाठक का कोई अता पता नहीं चला था.
रांची से मुंबई के बाद सिलीगुड़ी पहुंचा था रजनीश
जेलहाता मुंसफ रोड में स्थित ब्लूडार्ट कूरियर शाखा से 35 लाख गायब करने के बाद रजनीश पाठक पहले रांची गया था, उसके बाद मुंबई पहुंचा था. मुंबई के बाद पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रह रहा था. फरार होने के पांच माह पहले से रजनीश कूरियर कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम कर रहा था. वर्ष 2021 में 6 से 9 अक्टूबर के बीच कैश ऑन डिलीवरी से मिले पैसे को वह ग्राहकों से कंपनी के खाते में न लेकर अपने खाता में जमा कराया था. 110 मोबाइल फोन कस्टमर के पास पहुंचाने के लिए दिया गया था, जिसकी कीमत 38 लाख रूपए थी. उसमें से कुछ पैसे आरोपी डिलीवरी बॉय ने कंपनी में जमा किए थे. जब उससे शेष रूपए मांगा जाने लगा तो वह आज कल कहकर टालने लगा और फिर एक दिन मोबाइल फोन बंद कर फरार हो गया.
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