राँची न्यूज़: डीआरडीएकर्मी समर प्रकाश का वेतन के अभाव में बेहतर इलाज नहीं हो सका, जिससे उनकी मौत हो गई. वे गढ़वा में 2011 से सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी के रूप में कार्यरत थे. उन्हें पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिला था.
उनकी मौत पर डीआरडीए कर्मचारी संघ ने शोक के साथ-साथ सरकार के प्रति नाराजगी जतायी है. सरकार लगातार आश्वासन दे रही है, लेकिन कार्रवाई नहीं कर रही है. संघ ने वेतन नहीं जारी करने के लिए जिम्मेवार विभागीय कर्मियों को चिह्नित कर कार्रवाई की मांग की है. लंग्स में इंफेक्शन के इलाज के लिए वे वेल्लोर जा रहे थे. संबलपुर के पास उन्हें सांस लेने में परेशानी होने पर रेलवे के डॉक्टर ने इलाज करके वहीं के एक निजी अस्पताल में 22 जनवरी को भर्ती कराया था. इलाज के लिये आवश्यक राशि की जुगाड़ डीडीसी गढ़वा व डीआरडीए गढ़वा के साथी द्वारा करने का प्रयास किया गया. लगभग पांच लाख रुपये व्यवस्था करके भेजी भी गयी. बेहतर इलाज के लिए परिवार के लोग राशि की व्यवस्था के लिए लगे हुए थे, ताकि दिल्ली में जाकर इलाज कराया जा सके, लेकिन उनकी मौत हो गई.