जमशेदपुर न्यूज़: शहर में कंजक्टिवाइटिस ने महामारी का रूप ले लिया है. हर घर में इसके मरीज मिल रहे हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण मेडिकल स्टोर में जेंटामाइशिन आई ड्राप नहीं मिल रहा है. अस्पतालों में इस ड्राप की सप्लाई नहीं होती है. इस कारण मरीजों को मेडिकल पर निर्भर रहना पड़ता है.
जुगसलाई निवासी सुनैना देवी और उनके बेटे निकेश कुमार सिंह समेत उनके घर के अन्य परिजनों को यह संक्रमण हो गया है. जुगसलाई सीएचसी में दोनों का इलाज करवाया गया तो जेंटामाइशिन आई ड्राप डॉक्टर ने लिख दिया. लेकिन जुगसलाई इलाके के किसी मेडिकल में उक्त दवा नहीं मिली. दोनों मरीज पुन इलाज के लिए सदर अस्पताल गये तो वहां भी डॉक्टर ने वहीं आई ड्राप लिख दिया. सदर अस्पताल के आसपास के मेडिकल में भी उक्त दवा नहीं मिली. इसकी जानकारी सिविल सर्जन को दी गई तो उन्होंने कहा कि को यह दवा अस्पतालों में आ जायेगी.
दवा के चक्कर में भागदौड़ करने के दौरान निकेश सिंह और उनके पिता सत्येंद्र सिंह स्कूटी से दुर्घटनाग्रस्त हो गये. दोनों को चोटें भी आई है.
बच्चों को लेकर बड़े-बुजुर्ग सभी बीमारी की चपेट में
बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग सभी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. एमजीएम और सदर अस्पताल में हर रोज कंजक्टिवाइटिस के 20 मरीज पहुंच रहे हैं. स्कूली बच्चों के पीड़ित होने पर यह अन्य छात्रों में भी फैल रहा है. यह एक संक्रामक बीमारी है, जो संपर्क के जरिए फैलती है. स्कूल प्रबंधन संक्रमित बच्चों को स्कूल नहीं भेजने का अभिभावकों से आग्रह कर रहे हैं. घर के किसी सदस्य को यह बीमारी होने पर अन्य सदस्य भी इससे संक्रमित हो जा रहे हैं. पिछले 20 दिनों से यह बीमारी तेजी से फैल रही है.