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पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में शिक्षा व्यवस्था में सुधार का प्रशासनिक स्तर पर काफी दंभ भरा जाता है
JAMSHEDPUR : पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में शिक्षा व्यवस्था में सुधार का प्रशासनिक स्तर पर काफी दंभ भरा जाता है लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है. हालत का अंदाजा पोटका प्रखंड के हेसरा पंचायत के रोलाडीह प्राथमिक विद्यालय की स्थिति देखकर लगाया जा सकता है. वहां मात्र एक शिक्षक के सहारे स्कूल चलाया जा रहा है. इस विद्यालय में अन्य प्राथमिक विद्यालयों की तरह पांचवी क्लास तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है. मतलब एक शिक्षक पर पांचवी क्लास तक के बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दे दी गई है. इससे सहज ही अंदाजा लगा सकते है कि विद्यालय में किस तरह की पढ़ाई होती होगी. बता दें कि विद्यालय में कुल छात्रों की संख्या 56 है.
पढ़ाई के अलावा अन्य काम भी करते हैं शिक्षक
दूसरी ओर विद्यालय के शिक्षक को बच्चों की पढ़ाई के अलावा अन्य काम भी करना पड़ता है. उन्हें कभी गुरु गोष्ठी में जाना पड़ता है तो चावल लाने पोटका गोदाम भी जाना होता है. साथ ही विभागीय कार्य भी करने पड़ते हैं. ऐसे में गुरुजी के पास शिक्षण कार्य के लिए कितना समय बचता होगा, उसका भी अंदाजा लगाया जा सकता है.
सांसद से व्यवस्था में सुधार की गुहार
इसे देखते हुए ग्रामीणों ने सांसद विद्युत वरण महतो से विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की गुहार लगाई है. उनका कहना है विभागीय पदाधिकारियों को कई बार पत्र लिखकर स्कूल में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई. फिर भी उन्हें अब तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला है. ग्रामीणों ने अब सांसद को ज्ञापन सौंपकर विद्यालय में शिक्षक की पदस्थापना कराने की मांग की है. ताकि बच्चों को उचित शिक्षा मिल सके.ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था का हाल, मात्र एक शिक्षक के सहारे पोटका में चल रहा है स्कूल
ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था का हाल, मात्र एक शिक्षक के सहारे पोटका में चल रहा है स्कूल
Rani Sahu
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