झारखंड
आजादी के संघर्ष में कम्युनिस्टों ने बड़ी कुर्बानियां दीं : वृंदा करात
Shantanu Roy
14 Aug 2022 12:13 PM GMT

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बड़ी खबर
कोडरमा। इतिहास का यह गौरवशाली अध्याय है कि आजादी के संघर्ष में कम्युनिस्टों ने बड़ी कुर्बानियां दी हैं। इतना ही नहीं पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव भी कांग्रेस के अधिवेशन में कम्युनिस्ट समूह ने ही रखा था, जिसे पारित कराने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। यह बात आज माकपा राज्य कमिटी बैठक के बाद आज़ादी के 75 वर्ष के अवसर पर स्वतंत्रता आंदोलन की गौरवशाली इतिहास और हमारे सामने चुनौतियां विषय पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए पार्टी की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कही।
सेमिनार को संबोधित करते हुए पार्टी के दूसरे पोलित ब्यूरो सदस्य डॉ रामचंद्र डोम ने कहा कि भाजपा का कथित राष्ट्रवाद नकली है और वह अपने राजनीतिक फायदे के लिए इसका दुरुपयोग करती है। इनका देश के संविधान पर भी विश्वास नहीं हैं। कार्यक्रम को माकपा सचिव प्रकाश विप्लव ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाने का आह्वान के साथ माकपा की दो दिवसीय राज्य कमिटी की बैठक रानिशती धर्मशाला में शनिवार को संपन्न हुआ। इस अवसर पर सीपीएम राज्य सचिव मंडल सदस्य संजय पासवान और जिला सचिव असीम सरकार भी मौजूद थे।
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