राँची: स्वायत्तता की चाह रखने वाले कॉलेजों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि स्वायत्तता पाने के लिए अब राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद (NAAC) से ए-ग्रेड प्राप्त करना जरूरी नहीं है। यूनिवर्सिटी ग्रैंड कमीशन (यूजीसी) के रेगुलेशन-2023 में दी गई छूट से यह संभव हुआ है। इस नियमावली में कहा गया है कि जिस कॉलेज का मूल्यांकन नैक से हो चुका है, वह संबंधित विश्वविद्यालय के माध्यम से स्वायत्तता के लिए आवेदन कर सकता है.
बता दें कि रांची यूनिवर्सिटी के तीन कॉलेजों को नैक से ए ग्रेड नहीं मिलने के कारण स्वायत्तता का विस्तार नहीं मिल रहा था. इनमें सेंट जेवियर्स कॉलेज, वीमेंस कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज शामिल हैं। लेकिन, अब नये नियम के मुताबिक तीनों कॉलेजों को फिर से स्वायत्तता मिलने का रास्ता साफ हो गया है. इधर, नियम का फायदा उठाते हुए सेंट जेवियर्स कॉलेज प्रबंधन ने भी स्वायत्तता के लिए आवेदन दिया है और रांची विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी इस पर अपनी सहमति दे दी है.
इसलिए स्वायत्तता ख़त्म हो गई
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले मारवाड़ी, महिला एवं संबद्ध सेंट जेवियर्स कॉलेज की स्वायत्तता खत्म करने का मुख्य कारण यूजीसी का नियमन था. 2018 में यूजीसी के रेगुलेशन में स्वायत्तता के लिए NAAC से A-ग्रेड जरूरी कर दिया गया था. इससे इन तीनों कॉलेजों की स्वायत्तता खत्म हो गयी थी.