धनबाद न्यूज़: बेहतर प्रदर्शन करने वाले झारखंड के आठ एरिया को कोयला मंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इनमें बीसीसीएल के चार और सीसीएल के चार एरिया शामिल हैं. दिल्ली में छह जून को बेहतर प्रदर्शन करनेवाले इन कोयला एरिया को पुरस्कार से नवाजा जाएगा.
बताया जाता है कि बीसीसीएल को मीडियम एरिया श्रेणी में यह पुरस्कार मिलेगा. वजह बीसीसीएल के पास चार मिलियन टन से ज्यादा कोयला उत्पादन करनेवाला कोई प्रोजक्ट अबतक नहीं है. मेगा व लार्ज एरिया श्रेणी में जिन कोयला क्षेत्रों का चयन किया गया है, उनमें चार कंपनियां एमसीएल, सीसीएल, ईसीएल और डब्ल्यूसीएल शामिल हैं. बीसीसीएल के जिन चार एरिया को पुरस्कार मिलना है, उनमें सभी मीडियम श्रेणी के लोदना, बस्ताकोला, कुसुंडा और ब्लॉक टू शामिल हैं. मेगा एरिया में एमसीएल का हिंगुला, वसुंधरा, जगन्नाथ शामिल हैं. लार्ज एरिया में डब्ल्यूसीएल के उमरेर, एमसीएल के कीहा, लिंगराज एवं आईबी वैली, सीसीएल के मगध एवं संघमित्रा, ईसीएल के सोनपुर बजारी तथा डब्ल्यूसीएल के माजरी एरिया शामिल हैं. मालूम हो कि मेगा एरिया की श्रेणी में सालाना 15 मिलियन टन से ज्यादा कोयला उत्पादन करनेवाला क्षेत्र चुना जाता है. वहीं लार्ज एरिया में पांच से 15 मिलियन टन, मीडियम एरिया में दो से पांच मिलियन टन और स्मॉल एरिया में उससे कम उत्पादन करनेवाले क्षेत्र शामिल हैं. स्मॉल एरिया में सीसीएल के अरगड़ा व ईसीएल के सौदेपुर एरिया चुने गए. सभी एरिया के महाप्रबंधकों को पुरस्कार दिया जाएगा.
लार्ज श्रेणी में अगले साल बीसीसीएल को उम्मीद
अगले साल बीसीसीएल को एकीकृत बीओसीपी प्रोजेक्ट से लार्ज श्रेणी में कोयला मंत्री पुरस्कार की उम्मीद है. बीसीसीएल का यह पहला प्रोजेक्ट है जो इस साल टॉप 37 कोल प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है. अभी बीसीसीएल का कोई प्रोजेक्ट चार मिलियन टन से ज्यादा का नहीं है. एकीकृत बीओसीपी की क्षमता सालाना पांच मिलियन टन कायेला उत्पादन की है. अप्रैल 2023 से इसे टॉप 37 में शामिल किया गया है.