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ष्ट्रपति चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के मुद्दे पर राज्य की सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भारी पसोपेश में है
Ranchi: राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के मुद्दे पर राज्य की सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भारी पसोपेश में है. राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने वाले चुनाव को लेकर उसने शनिवार को तय किया कि इस मुद्दे पर कोई निर्णय लेने से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे.
झामुमो ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शनिवार को महत्वपूर्ण बैठक बुलायी थी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में पार्टी के सभी विधायक और सांसद मौजूद थे. लेकिन दो घंटे तक चली इस मैराथन बैठक में पार्टी यह तय नहीं कर सकी कि राष्ट्रपति चुनाव में वह द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी अथवा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करेगी.
झामुमो के विधायक नलिन सोरेन ने बताया कि मोरहाबादी स्थित शिबू सोरेन के आवास पर हुई इस बैठक में पार्टी ने तय किया कि केन्द्र सरकार से कुछ मुद्दों पर पहले बात की जायेगी और उसके बाद ही पार्टी द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी को समर्थन देने के बारे में अंतिम फैसला करेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी का रुख तय करने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बैठक के बाद कहा कि अभी राष्ट्रपति पद पर समर्थन के मुद्दे पर पार्टी ने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है और इस बारे में अंतिम निर्णय लेने से पूर्व पार्टी के विधायकों एवं सांसदों की एक और बैठक की जायेगी. बैठक के बाद झामुमो नेता और राज्य के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी कहा कि बैठक में राज्य हित और देश हित के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई.
उन्होंने कहा, 'अभी तक हम लोगों ने फैसला नहीं किया है कि किसके पक्ष में मतदान करना है. पार्टी की एक और बैठक होगी उसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा.' द्रौपदी मुर्मू मूल रूप से ओडिशा के मयूरभंज जिले की हैं और वह संथाल समुदाय से संबन्ध रखती हैं. वह झारखंड की राज्यपाल रहीं है और इस दौरान उनके झामुमो के साथ बहुत निकट संबंध रहे. विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का भी झारखंड से गहरा नाता है. यशवंत सिन्हा झारखंड के हजारीबाग से कई बार सांसद रहे और फिलहाल उनके बेटे जयंत सिन्हा हजारीबाग से ही भाजपा के लोकसभा सांसद हैं.
इस बीच झामुमो ने बयान जारी कर बताया कि पार्टी के माननीय केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में पार्टी के सभी सांसदों एवं विधायकों की बैठक सम्पन्न हुई. बयान में कहा गया, 'बैठक में राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में चर्चा की गई और इसके बाद सर्वसम्मति से निर्णय लेने हेतु माननीय केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन जी को अधिकृत किया गया.'
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