झारखंड

CM हेमंत सोरेन ने द्रौपदी मुर्मू का झुककर किया जोहार

Ritisha Jaiswal
5 July 2022 9:56 AM GMT
CM हेमंत सोरेन ने द्रौपदी मुर्मू का झुककर किया जोहार
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राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की ओर से एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू या विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को समर्थन को लेकर अब तक औपचारिक रूप से अपने पत्ते नहीं खोले गए हैं

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की ओर से एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू या विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को समर्थन को लेकर अब तक औपचारिक रूप से अपने पत्ते नहीं खोले गए हैं. लेकिन, जेएमएम के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से एक ट्वीट के माध्यम से चुनाव को लेकर बड़ा संकेत दिया गया है. हेमंत सोरेन के इस ट्वीट के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है. सीएम हेमंत सोरेन ने एनडीए से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का झारखंड आगमन पर स्वागत किया है.

सोमवार को एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु झारखंड पहुंचीं. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा- 'द्रौपदी मुर्मू आज झारखंड आ रही हैं, भगवान बिरसा मुंडा की पावन धरती पर उनका हार्दिक स्वागत है। द्रौपदी मुर्मू को हमारी ओर से अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार।' बता दें कि द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार की शाम JMM सुप्रीमो शिबू सोरेन और केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सीएम हाउस में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अपने पक्ष में समर्थन की अपील की.
कांग्रेस और राजद की नजर
बताया जा रहा है कि झामुमो के रूख पर है कांग्रेस और राजद की नजर है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय तक यह कह चुके हैं कि राष्ट्रपति चुनाव सामान्य चुनाव नहीं है; बल्कि यह देश के संविधान को बचाने का चुनाव है. यह एक विचारधारा की लड़ाई है. ऐसे में शायद यही वजह है कि शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ने द्रौपदी मुर्मू के स्वागत में तो कोई कोर कसर नहीं छोड़ी परंतु अपने रुख को साफ नहीं किया और मीडिया को भी इस मुलाकात से दूर रखा.
झामुमो की चुप्पी के कारण
एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में आधिकारिक घोषणा कर झामुमो सीधे कांग्रेस के विरोध में नहीं जाना चाहती. झामुमो राष्ट्रपति चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग और हाईकोर्ट में हो रही सुनवाई के रिजल्ट की प्रतीक्षा कर लेना चाहता है. इसके अलावा सरना धर्म कोड, पेशा एक्ट सहित अन्य मुद्दों का बहाना बनाकर भाजपा से भी मौजूद टोल कर रहा है. संभव है कि जेएमएम खुले तौर पर समर्थन ना दें और यह संदेश देने में सफल रहे कि उसने द्रौपदी मुर्मू को ही वोट दिया.


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