झारखंड

फ्री में नहीं मिलेगी घर के दरवाजे से सफाई सुविधा, निजी कंपनी वसूलेगी फीस, जानें किसे कितना देना होगा यूजर चार्ज

Renuka Sahu
14 July 2022 2:53 AM GMT
Cleaning facility will not be available from the door of the house for free, private company will charge fees, know who will have to pay user charge
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फाइल फोटो 

धनबाद में घर के दरवाजे पर हर दिन सुबह आने वाले सफाई वाहन की सेवा अब मुफ्त में नहीं मिलेगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धनबाद में घर के दरवाजे पर हर दिन सुबह आने वाले सफाई वाहन की सेवा अब मुफ्त में नहीं मिलेगी। नगर निगम ने यूजर चार्ज वसूली का काम निजी एजेंसी को सौंपने का निर्णय लिया है। निगम ने टेंडर निकाल दिया है। 29 जुलाई तक टेंडर डालने की तिथि निर्धारित की गई है। रांची में निजी एजेंसी के पास यूजर चार्ज वसूली का जिम्मा है। धनबाद नगर निगम भी उसी तर्ज पर यहां भी व्यवस्था लागू करने जा रहा है।

यूजर चार्ज के दायरे में आने वाले भवनों का पहले डाटाबेस तैयार किया जाएगा। उसी आधार पर यूजर चार्ज की वसूली की जाएगी। वर्तमान में नगर निगम खुद ही यूजर चार्ज वसूल रहा है। पूरे महीने में वह मुश्किल से दस लाख रुपए ही वसूल पा रहा है। यही वजह है कि नगर निगम ने अब उसे निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है।
सफाई मद में हर माह एक करोड़ से अधिक खर्च
नगर निगम में सफाई मद में हर माह एक करोड़ रुपए से अधिक खर्च है, जिनमें डोर-टू-डोर सफाई करने वाली एजेंसी को भुगतान से लेकर ईंधन का खर्च शामिल हैं। निगम को खुद ही इन खर्चों को निकालना है। इसको देखते हुए यूजर चार्ज वसूली का काम निजी एजेंसी को दिया जा रहा है।
किसे कितना देना होगा यूजर चार्ज
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का आवास 20 रुपए, एलआईजी 40, एमआईजी 60, एचआईजी 80, होटल गेस्ट हाउस 1000 से 15000, ढाबा 350, धर्मशाला 800, रेस्टोरेंट 1500, बेकरी-फूड आउटलेट 1000, मिठाई दुकान 1000, फास्ट फूड दुकान 500, ठेला-खोमचा 200, पान-चाय दुकान 100, किरायेदार 60, शॉपिंग कॉम्पलेक्स 2000 से 10000, लॉज 5000, सिनेमाघर 5000, होलसेल दुकान 1500, मेन मार्केट दुकानदार 1000, स्ट्रीट शॉप 250, गोदाम 1500, सब्जी-फल दुकान 200, बिना बेड वाली डिस्पेंसरी 400, बेड वाला अस्पताल 5-20 हजार, स्कूल, कोचिंग और कॉलेज 200, गैर-सरकारी 1000 और मैरिज हॉल से 2500 से 5000 वसूले जाएंगे।
सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त ने कहा, 'नगर निगम को अपने आंतरिक स्रोत से ही खर्च निकालना है। इसको देखते हुए निजी कंपनी को काम सौंपने का निर्णय लिया गया है। टेंडर फाइनल होते ही प्राइवेट कंपनी यूजर चार्ज वसूलेगी।'
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