राँची न्यूज़: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कई अधिकारियों के ठिकानों पर ईडी के छापे पर प्रतिक्रिया दी. कहा कि हेमंत सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. ईडी की कार्रवाई में अधिकारियों के घर में अवैध संपत्ति के दस्तावेज, नकदी मिल रही है. गिरफ्त में आ रहे अधिकारियों से ऐसा लग रहा है कि भ्रष्टाचार के कारनामे सिर्फ उन्हीं तक सीमित नहीं है. ईडी को राज्य सरकार के अन्य चहेते दागी अधिकारियों पर भी निगाह रखनी चाहिए.
सांसद ने कहा कि भाजपा सड़क से सदन तक राज्य सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष और आंदोलन कर रही है. उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करती है तो यह सरकार अपने पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग करते हुए लाठी डंडों गोली बंदूक के बल पर कुचलना चाहती है. उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल को भाजपा के सचिवालय घेराव कार्यक्रम को भी हेमंत सरकार ने कुचलने की कोशिश की.
ईडी की दबिश के बाद पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को निलंबित कर केस दर्ज करने की मांग सीएम से की है. बाबूलाल ने कहा है कि जमीन घोटाले में छवि रंजन की भूमिका को लेकर रांची के तत्कालीन कमीश्नर ने जांच रिपोर्ट दी थी, लेकिन सीएम रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं कर रह रहे हैं.
मरांडी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सीएम खुद के फंसने तक शायद इंतजार करेंगे. न जाने कितने राजदारों को बचाने का प्रयास किया जाएगा. ऐसे कितने लूट के राजदार जांच एजेंसियों के सामने मुंह खोलने और लूट का कच्चा चिट्ठे का राज उगलने को कई सरकारी-गैर सरकारी अभियुक्त सरकारी गवाह बनने को लाइन लगाये हुए हैं. ये वही अफसर हैं, जिसने कोडरमा में डीसी रहते सागवान के पेड़ों की चोरी की थी. मामले में चार्जशीटेड यह अफसर हाईकोर्ट से जमानत पर है. बावजूद इसके सीएम को रांची में डीसी जैसे महत्वपूर्ण पद के लिये ऐसे ही अफसर की जरूरत थी.