परीक्षा की कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन में अंक का बदलाव होना चिंताजनक
जमशेदपुर न्यूज़: हाल ही में मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में हुए पुनर्मूल्यांकन के 60 मामलों में देखा गया कि अंकों में बदलाव हुए. विद्यार्थियों के दी गई चुनौती के आधार पर अंक बढ़ हैं. ऐसे में मूल्यांकन पर बड़ा सवाल खड़ा होता है कि कॉपी की जांच सही ढंग से नहीं की गई. उन्होंने शिक्षकों से इसमें सुधार करने की अपील की. पुनर्मूल्यांकन के 60 केस में अंक में बदलाव होना सीबीएसई के मानक के अनुरूप नहीं है.
ये बातें सीबीएसई पटना रीजन के रीजनल ऑफिसर अरविंद मिश्र ने डीपीएस रांची के विवेकानंद सभागार में प्रिंसिपल मीट सह सम्मान समारोह में कहीं. कार्यक्रम में वे मुख्य अतिथि थे.
उन्होंने सीबीएसई से संबंधित बायलॉज में बदलाव, आगामी परीक्षा से संबंधित गतिविधियां, नई शिक्षा निति के क्रियान्वयन, विद्यालयों में वोकेशनल पाठ्यक्रमों के क्रियान्वयन, कौशल आधारित शिक्षा, सीबीएसई प्रशिक्षण व कार्यशाला पर जानकारी दी. बैठक में नई शिक्षा के क्रियान्वयन में आने वाली परेशानी पर भी चर्चा हुई.
वोकेशनल कोर्स को बढ़ाने पर जोर
मिश्र ने प्राचार्यों से वोकेशनल कोर्स को बढ़ावा देने को भी कहा. कहा, विदेशों में वोकेशनल व स्किल आधारित शिक्षा प्राथमिकता है. लेकिन अभी भी भारत में रेगुलर कोर्स पर फोकस किया जा रहा है. उन्होंने स्कूलों को आंतरिक मूल्यांकन के लिए दिए गए 20 अंक को भी छात्र हित में प्रयोग करने को कहा.
छात्रों के सीबीएसई बोर्ड छोड़ने पर जताई चिंता
उन्होंने बताया कि इस वर्ष पटना रीजन (बिहार-झारखंड) में करीब दो लाख विद्यार्थी 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए. इसमें से बड़ी संख्या में छात्रों ने 11वीं में सीबीएसई बोर्ड को नहीं चुना, जो यह चिंता का विषय है. इस पर हमें मंथन करने की जरूरत है. इससे पहले डीपीएस के प्राचार्य डॉ राम सिंह ने सभी प्राचार्यों का स्वागत किया.