झारखंड

Chandil : दुर्घटनाग्रस्त विमान को डैम से बाहर निकालने में नौसेना को लगे 12 घंटे

Tara Tandi
27 Aug 2024 10:36 AM GMT
Chandil : दुर्घटनाग्रस्त विमान को डैम से बाहर निकालने में नौसेना को लगे 12 घंटे
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Chandil चांडिल : चांडिल डैम में गिरे अल्केमिस्ट एवियशन प्राइवेट लिमिटेड का टू सीटर ट्रेनी विमान को सोमवार की रात बाहर निकाल लिया गया. दुर्घटनाग्रस्त विमान को डैम से बाहर निकालने में भारतीय नौसेना को 12 घंटे का समय लगा. भारतीय नौसेना की टीम में कुल 20 सदस्य हैं, जिनमें 15 गोताखोर और पांच तकनीकीशियन हैं. सोमवार की सुबह लगभग 10 बजे भारतीय नौसेना की टीम विमान को बाहर निकालने के लिए आवश्यक संसाधनों के साथ चांडिल डैम में घुसी थी, जो अभियान की सफलता के साथ रात के लगभग 10 बजे बाहर निकली. सर्च ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना को रविवार को लापता होने के छठे दिन चांडिल डैम की गहराई में दुर्घटनाग्रस्त विमान मिला था. बताया जा रहा है कि विमान डैम में डूबे कोयलागढ़ के निकट वनडीह और बड़डीह के बीच पानी की गहराई में मिला था.
विमान के साथ भारतीय नौसेना की टीम.
जानकारी के अनुसार भारतीय नौसेना की टीम ने डैम में करीब 45 फीट पानी के नीचे गिरे विमान को गुब्बारे के सहारे ऊपर उठाया. पानी की सतह से एक-दो मीटर नीचे विमान को रखकर वोट से खींच कर धीरे-धीरे बाहर निकाला गया. लापता विमान के चांडिल डैम में गिरने की स्थानीय लोगों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद 20 अगस्त की शाम से ही डैम और आसपास के क्षेत्रों में इसकी तलाश जारी थी. स्थानीय लोगों ने कोयलागढ़, प्रतापपुर स्थित शिव मंदिर के आसपास विमान के गिरने की बात कही थी. सोमवार को चांडिल डैम में मेला सा नजारा था. लोग दूर-दूर से दुर्घटनाग्रस्त विमान को देखने पहुंचे थे. विमान निकाले जाने के दौरान देर रात तक डैम में लोगों की भीड़ लगी थी. लोग भारी बारिश में भींगते हुए विमान को निकालते हुए देख रहे थे.
21 को एनडीआरएफ और 22 को पहुंची नौसेना
लापता विमान के चांडिल डैम में गिरने की सूचना विभिन्न गांव के ग्रामीणों ने दी थी. इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर 21 अगस्त से सर्च ऑपरेशन चलाया गया. सर्च ऑपरेशन के दौरान बुधवार को एक पायलट के जूते मिले थे. गुरुवार को एनडीआरएफ ने लापता विमान और पायलट की खोज करने के लिए डैम में अभियान चलाया. इस दौरान दुर्घटनाग्रस्त विमान के प्रशिक्षु पायलट शुभ्रोदीप दत्ता और दोपहर में प्रशिक्षक पायलट जीत शत्रु आनंद का शव बरामद किया गया था. गुरुवार को ही सुबह करीब 11 बजे भारतीय नौसेना की टीम चांडिल डैम पहुंची और आधुनिक उपकरणों के साथ लापता विमान की खोज शुरू की. विमान दुर्घटना की जांच जीडीसीए भी अलग-अलग एजेंसी से करा रही है. 24 अगस्त को दिल्ली से आई जीडीसीए की तीन सदस्यीय टीम भी चांडिल डैम में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच की. भारत सरकार के डायरेक्टरेट जेनरल ऑफ सिविल एविएशन भी विमान के लापता होने के मामले में जांच करा रही है.
उड़ान भरने के 15 मिनट बाद लापता हो गया था विमान
अल्केमिस्ट एवियशन प्राइवेट लिमिटेड का विमान 20 अगस्त को सोनारी एयरपोर्ट से दिन के 11 बजे उड़ान भरने के करीब 15 मिनट बाद लापता हो गया था. थोडी देर बाद ही विमान का एटीसी से संपर्क टूट गया था. लापता विमान के चांडिल डैम में गिरने की स्थानीय लोगों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद मंगलवार 20 अगस्त की शाम से ही डैम और आसपास के क्षेत्रों में इसकी तलाश जारी थी. स्थानीय लोगों ने कोयलागढ़, प्रतापपुर स्थित शिव मंदिर के आसपास विमान के गिरने की बात कही थी. विमान और पायलटों को तलाश करने में गुरुवार की सुबह चांडिल स्वर्णरेखा बांध विस्थापित मत्स्यजीवी सहकारी समिति लिमिटेड और चांडिल डैम विस्थापित मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के सदस्यों के साथ स्थानीय मछुआरों की सराहनीय भूमिका रही. पायलटाें के परिजन दुर्घटना का जिम्मेदार एवियशन कंपनी को बता रहे हैं. इस पर नीमडीह थाना में मामला भी दर्ज कराया गया है
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