राँची न्यूज़: सीबीएसई ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 को लेकर सिलेबस और पैटर्न में कई तरह के बदलाव किए हैं. खासकर यह बदलाव विद्यार्थियों के मूल्यांकन को लेकर है. स्कूलों को भेजे गए दिशा-निर्देश के अनुसार योग्यता आधारित (कॉम्पिटेंसी बेस्ड) प्रश्नों की संख्या को बढ़ायी जाएगी.
दिशा-निर्देश के अनुसार, नौवीं और 10वीं कक्षा में अब 50 प्रतिशत प्रश्न योग्यता आधारित होंगे. वहीं 11वीं और 12वीं में योग्यता आधारित प्रश्न 40 प्रतिशत कर दिया गया है. शिक्षकों ने बताया कि इस सत्र से बोर्ड ने लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के वेटेज को कम किया गया है. बोर्ड का ध्यान बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) पर अधिक रहेगा. योग्यता आधारित प्रश्न में एमसीक्यू के साथ लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी शामिल रहेंगे.
छात्रों की रचनात्मक क्षमता विकसित होगी शिक्षकों के अनुसार, सीबीएसई की ओर से मूल्यांकन योजना में किया गया बदलाव छात्रों की रचनात्मकता और सोचने की क्षमता को विकसित करने में मददगार साबित होगा. अगले सत्र से बोर्ड परीक्षाओं में वास्तविक जीवन से जुड़े सवाल अधिक पूछे जाएंगे. यह बदलाव नई शिक्षा नीति 2020 को ध्यान में रखते किया गया है. शिक्षा की बेहतरी के धीरे-धीरे और भी बदलाव हो सकते हैं.
इस तरह होंगे बदलाव बोर्ड के मुताबिक बीते वर्ष तक नौवीं और 10वीं में क्षमता आधारित, बहुविकल्पीय, केस स्टडी और स्रोत-आधारित एकीकृत प्रश्नों का वेटेज 40 प्रतिशत था, जो इस सत्र में बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है. बहुविकल्पीय प्रश्नों का वेटेज 20 प्रतिशत होगा. लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का वेटेज 40 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है.
तीन नए वोकेशनल कोर्स शामिल: सीबीएसई इस सत्र में 12वीं में तीन नए वोकेशनल कोर्स शुरू करने जा रहा है. इनमें लैंड ट्रांसपोर्टेशन एसोसिएट, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर, डिजाइन थिंकिंग इनोवेशन शामिल हैं. इन तीन नए वोकेशनल कोर्स को मिलाकर कुल 43 वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई बोर्ड कराएगा. बोर्ड ने इसके लिए अंक का निर्धारण भी कर दिया है. 39 वोकेशनल कोर्स में सैद्धांतिक परीक्षा 60 अंकों की व प्रायोगिक परीक्षा 40 अंकों की होगी. बाकी चार वोकेशनल कोर्स में सैद्धांतिक और प्रायोगिक परीक्षा 50-50 अंकों की होगी. इसकी पूरी जानकारी बोर्ड ने सभी स्कूलों को दी है.
प्रश्नों का वेटेज 30 से बढ़ाकर 40 प्रतिशत किया गया: 12वीं में बीते वर्ष क्षमता आधारित, बहुविकल्पीय, केस स्टडी और स्रोत-आधारित प्रश्नों का वेटेज 30 प्रतिशत था, जिसे इस सत्र में बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया है. बहुविकल्पीय प्रश्नों का वेटेज 20 प्रतिशत होगा. इसी तरह लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का वेटेज 50 प्रतिशत से घटाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया है.