इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने 14 जुलाई को NDA की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की थी।
विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री और JMM नेता हेमंत सोरेन से मुलाकात की। इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने 14 जुलाई को NDA की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की थी।
इस दौरान यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश में लोकतंत्र बर्बा हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव को पहचान का सवाल नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई बनाया जाना चाहिए। सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी कैबिनेट में मंत्री थे और हजारीबाग से सांसद थे। उन्होंने झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और पार्टी का समर्थन मांगा। 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले कांग्रेस विधायकों की बैठक में भाग लिया।
सिन्हा ने कहा कि जब मैंने पिछले महीने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभियान शुरू किया था, तो मैंने कहा था कि लोकतंत्र खतरे में है। अब जब मैं आज अभियान का समापन कर रहा हूं, तो मैं कह सकता हूं कि देश में लोकतंत्र बर्बाद हो गया है। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि मैं मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे अपने अंतरात्मा की आवाज सुनकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
झारखंड के रहने वाले सिन्हा शुक्रवार को रांची पहुंचे थे। इसे पहले आदिवासी राज्य में कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन सरकार चलाने वाली झामुमो ने शुरू में सिन्हा का समर्थन किया था, लेकिन बाद में एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का वादा किया। मुर्मू इससे पहले झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। निर्वाचित होने पर वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी।