भाजपा को विपक्ष की मिल रही ट्रेनिंग, नियोजन पर नौजवानों की भावना के अनुरूप लेंगे निर्णय
राँची न्यूज़: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के 22 सालों में सबसे अधिक शासन भाजपा की ही रही. उन्हें इतने समय में सही से विपक्ष की ट्रेनिंग पहली बार मिल रही है. सदन में विपक्ष के रूप में कैसे आचरण करें, कैसे बहस करें और कैसे मुद्दों को उठाएं इसकी ट्रेनिंग ले रहे हैं. उन्हें सिर्फ सत्ता में रहने की ट्रेनिंग थी.
भाजपा अपने कारनामों के कारण सत्ता से दूर हो गई है तो इसका गुस्सा यहां के लोगों पर नहीं निकालना चाहिए. मुख्यमंत्री झारखंड विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद पर चर्चा के बाद सरकार की ओर जवाब दे रहे थे.
सीएम ने कहा कि आज राज्य में विभिन्न माध्यमों से भाजपा अव्यवस्था की स्थिति बनाने का प्रयास कर रही है. हद तो तब हो गयी जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंच से मांग रख दिया कि झारखंड में सरकार बदल दीजिये. वैसे गृह मंत्री जी ने साफ कर दिया कि यह लोगों के द्वारा चुनी हुई सरकार है. इसे हम ऐसे ही नहीं हटा सकते. जब खुले मंच से ये भाजपा के नेता ऐसी मांग रख सकते हैं तो न जाने क्या-क्या करते होंगे, लेकिन झारखंड की मिट्टी अलग है. राज्य की जनता ने हमें मौका दिया है, लोगों का आशीर्वाद हमारे साथ है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष के साथी लॉ एंड आर्डर कि समस्या को गिना रहे थे. वैसे कौन ऐसा मुख्यमंत्री होगा जो अपने राज्य में अमन-शांति नहीं चाहेगा? जिस ढंग से इस समस्या को भाजपा-आजसू के नेता गिनवा-गिनवा कर राज्य की छवि खराब करने का प्रयास करते रहते हैं, वह सही नहीं है. यूपी में बुलडोजर चलाकर गरीब मां-बेटी को मार दिया जाता है. झारखंड की छिटपुट घटना पर वे आवाज उठाते हैं.
क्या अभिभाषण झूठ का पुलिंदा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या 9 लाख किशोरियों को सावित्रीबाई फुले योजना से जोड़ना झूठ का पुलिंदा है?, क्या 20 लाख से ज्यादा लोगों को राशन कार्ड से जोड़ना झूठ का पुलिंदा है?, क्या पेंशन के लाभुकों की संख्या में तीन गुणा वृद्धि (6 लाख 50 हजार से 20 लाख 65 हजार) करना झूठ का पुलिंदा हैं? क्या साढ़े चार लाख किसानों का ऋण माफ करना झुठ का पुलिंदा है? क्या छात्रवृति की राशि में तीन गुणा वृद्धि करना झुठ का पुलिंदा है?