जमशेदपुर न्यूज़: अंतरराज्यीय शराब माफिया नीरज गुप्ता को बिहार की बिहटा पुलिस ने जमशेदपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के बगान नम्बर 10 न्यू ले आउट स्थित उसके मकान से की गई.
पुलिस की एक टीम रात से ही आकर जमशेदपुर में ठहरी थी. शाम उसके घर के बाहर मूवमेंट की जानकारी मिली, जिसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद पुलिस उसे लेकर बिहार चली गई. गिरफ्तारी के दौरान मोबाइल फोन, कार और आठ हजार रुपये पुलिस ने बरामद किए हैं.
इससे पहले उसके गिरोह के नोएडा निवासी सुनील भारद्वाज और अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर निवासी डोरजी फुसो खिरजी को बिहार की पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. दोनों बिहार के फुलवारी शरीफ जेल में बंद हैं.
लंबे समय से बिहार में शराब की सप्लाई कर रहा था शराबबंदी वाले राज्य बिहार में अंग्रेजी शराब की आपूर्ति नीरज कुमार गुप्ता लंबे समय से कर रहा था. यहां से पटना, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय समेत कई जगहों पर शराब सप्लाई की जाती थी. उसकी गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस टीम ने पहले भी उसके घर पर दबिश दी थी, लेकिन वह भागने में सफल हो गया था. उस दौरान घर की तलाशी में पुलिस को दो मोबाइल और एक रजिस्टर मिले थे, जिसे पुलिस टीम ने जब्त किया था. इसमें शराब के धंधे का पूरा ब्योरा था, जिसमें मासिक पुलिस और उत्पाद विभाग से जुड़े अधिकारियों को रुपये भुगतान का लेखा-जोखा था.
चांडिल, चौका, ईचागढ़ और अन्य इलाके में नीरज कुमार के शराब गोदामों में छापेमारी के दौरान पुलिस के हाथ डायरी लगी थी, जिसमें कई पुलिस वालो को शराब का कारोबार चलाने के लिए पैसे देने का जिक्र था. इसका खुलासा बिहार के बिहटा और बेगूसराय में चांडिल इलाके से जा रही शराब के पकड़े जाने से हुआ था. पकड़े गए ट्रक चालकों ने बिहार के मद्य निषेध इकाई के अधिकारियों को बताया था कि वे लोग नीरज कुमार के लिए काम करते हैं. विक्रम सिंह को गोदाम संचालक बताया था.
नोएडा से उठाता था माल
नीरज गुप्ता नोएडा से शराब उठाता था. वहां पर सुनील भारद्वाज का गोदाम था. माल उस गोदाम में अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर का डोरजी फुसो खिरजी भेजता था. दो तरह के कंटेनर में माल को भेजा जाता था. कंटेनर के शराब की कीमत बारह से सोलह 16 लाख तो छोटे कंटेनर का शराब 12 लाख का होता था. प्रतिमाह शराब की चार से पांच खेप आती थी. उसकी टीम में संजय पाल, विक्रम सिंह सोनू, छायानगर का विमल कुमार सहित अन्य है. 14 मई 2022 को मद्य निषेध इकाई की टीम चांडिल पहुंची थी. आसनबनी के विक्रम सिंह के गोदाम से 320 पेटी शराब बरामद की गई थी, जिसकी कीमत 30 लाख के करीब थी.
नोएडा से शराब मंगाकर बिहार में करता था सप्लाई
नीरज गुप्ता नोएडा से शराब उठाता था. वहां पर सुनील भारद्वाज का गोदाम था. माल उस गोदाम में अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर का डोरजी फुसो खिरजी भेजता था. दो तरह के कंटेनर में माल को भेजा जाता था. इसमें बड़ा कंटेनर में 800 पेटी, जबकि छोटे कंटेनर में 600 पेटी शराब रहती थी. बड़े कंटेनर से भरे शराब की कीमत 16 लाख तो छोटे कंटेनर से भरे शराब की कीमत 12 लाख होती थी. प्रति माह शराब की चार से पांच खेप आती थी. उसकी टीम में संजय पाल, विक्रम सिंह सोनू, छायानगर का विमल कुमार सहित अन्य शामिल हैं.