फाइल फोटो
जनता से रिस्ता वेबडेसक | धनबाद में केबल चोरों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई चल रही है. खदान के अंदर छुपे केबल लुटेरों को पकड़ने के लिए ECL के माइनिंग, सर्वे विभाग के कर्मी के साथ CISF, ECL सुरक्षा विभाग व झारखंड पुलिस की करीब 30 सदस्यीय टीम बुलेट प्रूफ जैकेट पहन कर मंगलवार की दोपहर सवा दो बजे खदान में घुसे हैं. खदान के अंदर सघन तलाशी ली जा रही है. यह कार्रवाई ECL मुगमा क्षेत्र स्थित कुमारधुबी कोलियरी की भाग्यलक्ष्मी इंक्लाइन में यह कार्रवाई की जा रही है. वहीं कुमारधुबी कोलियरी प्रबंधक केआरपी सिंह की लिखित शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
सोमवार को भी अंदर घुसे थे सुरक्षाकर्मी
इससे पहले सोमवार को भी केबल लुटेरों को पकड़ने के लिए सुरक्षाकर्मी खदान के अंदर गये थे. पर उन्हें सफलता नहीं मिल पायी थी. इसके कारण मंगलवार को भी सुरक्षाबलों को खदान के अंदर जाना पड़ा. ECL मुगमा क्षेत्र विभासचंद्र सिंह, SDPO पितांबर सिंह खैरबार और थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव की उपस्थिति में सुरक्षाकर्मियों की टीम खदान के अंदर प्रवेश किये हैं.
रविवार देर रात खदान में घुसे हैं केबल लुटेरे
गौरतलब है कि केबल लुटेरे रविवार की देर रात खदान में घुस गये थे, जिन्हें निकालने के लिए सुरक्षाकर्मियों के पसीने छूट रहे हैं. इससे पहले जब सोमवार की रात केबल लुटेरों का पता लगाने के लिए SDPO पितांबर सिंह खैरबार और जवान बुलेट प्रूफ जैकेट पहन कर खदान में उतरे. करीब 44 मीटर चलने के बाद भी लुटेरों का पता नहीं चला था. इससे पहले पुलिस ने ट्रॉली से केबल लुटेरों को सरेंडर करने का संदेश भेजा था. इसमें केबल लुटेरों को बाहर आने और उनके साथ कुछ नहीं करने का संदेश दिया गया था. लेकिन, अब तक उस संदेश का कोई जवाब नहीं आया है. इस दौरान खदान के मुहाने पर माइकिंग भी की गयी थी
सुरक्षाकर्मियों और लुटेरों के बीच हुई थी मुठभेड़
बता दे कि खदान में घुसे केबल लुटेरों और सुरक्षा कर्मियों के बीच रविवार की रात मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ के दौरान लुटेरों ने पुलिस पर बमबाजी भी की थी. इस घटना में सुरक्षा निरीक्षक अवध बिहारी महतो घायल हो गये. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए रीजनल अस्पताल लाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए सांकतोड़िया हॉस्पिटल भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि खदान के अंदर मौजूद केबल लुटेरों की संख्या करीब 20 से 25 है. घटना की जानकारी मिलने के के बाद चिरकुंडा पुलिस, CISF और ECL सुरक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मी रात में ही कोलियरी पहुंच गये थे. सोमवार की दोपहर ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन पहुंचीं. उन्होंने डीएसपी मुख्यालय अरविंद कुमार सिंह के साथ चिरकुंडा थाना में बैठक कर केबल लुटेरों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया.