जमशेदपुर न्यूज़: पूर्व नक्सली कान्हू मुंडा व अन्य बंदियों को साइबर ठगी का शिकार बनाने वाले दो लोगों को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनकी गिरफ्तारी हापुड़ से की गई है. जमशेदपुर से पुलिस की एक टीम हापुड़ जाएगी और जेल भेजे गए आरोपियों से पूछताछ कर उन्हें रिमांड पर लेगी.
यूपी के हापुड़ जिले में पुलिस और साइबर सेल की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनका नाम मधुर सक्सेना और नितिन जौहरी है, जो बरेली के निवासी हैं. इनके साइबर क्राइम का मॉडस ही जेल में बंद कैदियों को ठगना था. ये उसी तरीके देश के विभिन्न स्थानों के जेलों के बंदियों को ठगी का शिकार बनाते थे, जिस तरह से घाघीडीह सेंट्रल जेल के बंदी व कैदियों को ठगा गया था.
ई-कोर्ट का करते हैं इस्तेमाल जेल में जमानत व अन्य मामलों की अर्जी देखने के लिए इनके द्वारा ई-कोर्ट की साइट का सहारा लिया जाता है. उससे ही वे लोग विवरण निकाल लेते थे. इसके अलावा वे लोग जेल से परिजनों के लिए बात करने के लिए फीड कराए गए नम्बरों का पता लगाकर ही कॉल कर ठगी करते थे.
● हापुड़ पुलिस ने 29 जून को दोनों को पकड़ा
● उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले हैं दोनों
यह है घटना
घाघीडीह जेल में बंद पूर्व नक्सली कान्हू मुंडा उर्फ मंगल की बेटी विनिता को एक कॉल आई थी. कॉलर ने बताया कि उसके पिता की जेल में तबीयत ज्यादा खराब है. इसके लिए 45 हजार रुपये की जरूरत है. वह उन्हें अस्पताल लेकर जा रहा है. उस कॉल के आधार पर कान्हू मुंडा की बेटी ने उस खाते में रुपये भेज दिए. बाद में पता चला कि उसके साथ साइबर ठगी हो गई है. उसी दौरान जेल के अंदर बंदियों के परिजनेां को कॉल कर उनसे ठगी का मामला सामने आया था.
जिस मॉडस से जमशेदपुर के जेल के बंदियों को ठगा गया है, ठीक उसी मॉडस के अपराधी हापुड़ में पकड़े गए हैं. उनसे पूछताछ के लिए टीम जा रही है. जरूरत पड़ने पर उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा. - उपेन्द्र मंडल, साइबर थाना प्रभारी