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राज्य में अवैध खनन के जरिए 1000 करोड़ से अधिक की अवैध कमाई और मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी जांच कर रही है
Ranchi : राज्य में अवैध खनन के जरिए 1000 करोड़ से अधिक की अवैध कमाई और मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी जांच कर रही है. अवैध खनन से जुड़े मनी लांड्रिंग के आरोप में गुरुवार को देर शाम को साहिबगंज जिले के रामपुर करारा गांव निवासी बच्चू यादव को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. बच्चू यादव को उस वक्त रांची स्थित वर्धमान कंपाउंड से गिरफ्तार किया गया, जब वह अपने वकील से मिलने पहुंचे थे. साहिबगंज में अवैध खनन व परिवहन की जांच कर रही ईडी ने ट्रांसपोर्टर सह पत्थर कारोबारी बच्चू यादव को 4 अगस्त तक ईडी कार्यालय हाजिर होना था, लेकिन वह ईडी के समक्ष हाजिर नहीं हुए. बच्चू यादव पंकज मिश्रा का दाहिना हाथ माना जाता है
पंकज मिश्रा के संरक्षण में बच्चू यादव अवैध कारोबार से लेकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था. अवैध कमाई से मिले रुपये बच्चू यादव और पंकज मिश्रा में बंटते थे. बच्चू यादव पर जमीन पर जबरन कब्जा, रंगदारी, हत्या आदि से संबंधित कई मामले दर्ज हैं.
अवैध खनन से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार बच्चू यादव का आपराधिक इतिहास भी ईडी खंगाल रही है. ईडी को जानकारी मिली है कि कई आपराधिक मामले में भी बच्चू यादव की संलिप्तता रही है, लेकिन इन तमाम आपराधिक मामलों में उसे राहत मिलती रही. वहीं पंकज मिश्रा से जुड़ने के बाद बच्चू यादव की संपत्ति में काफी इजाफा हुआ था.
जहाज बंदोबस्ती से दो दिन पहले जहाज पर फायरिंग में बच्चू यादव का नाम आया था सामने
मार्च 2022 में साहिबगंज के समदा घाट से बिहार के मनिहारी जा रहे जहाज पर फायरिंग मामले में मुफस्सिल थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. एक प्राथमिकी गोली लगने से घायल नीरज यादव के बयान पर और दूसरी जहाज के चालक सचिनन्दन दास के बयान पर दर्ज की गई. जहाज चालक की प्राथमिकी अज्ञात लोगों पर की गयी है. नीरज यादव जहाज पर सिक्योरिटी का कार्य करता था. पुलिस के दिये बयान के अनुसार 12 मार्च को जहाज गोल घाट से समदा घाट आ रहा था.
शुकर घाट शिवमंदिर के पास दोनों ओर से गोली चलने लगी. कान के उपरी हिस्से में गोली लगी. दूसरे सिक्योरिटी कर्मी धनंजय कुमार यादव को भी गोली का छर्रा लगा. उसने एक दर्जन लोगों का नाम भी पुलिस को बताया.
इसमें बच्चू यादव, आकाश यादव, रामनिवास यादव, संजय यादव (काला), संजय यादव (गोरा), शिवानंद यादव, दाहु यादव, सुनील यादव, मुनीम यादव, राजा यादव, दुर्गेश यादव, अरदुल चौधरी सहित दस अज्ञात लोग शामिल थे. 14 मार्च को कटिहार में अंतरराज्यीय फेरी सेवा की बंदोबस्ती होनी थी. बताया जाता है कि इसी को लेकर दो गुटों में फायरिंग की घटना हुई थी.
बरहरवा टेंडर विवाद और डीएमओ से पूछताछ से मिले सबूत पर शुरू हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि ईडी ने 8 जुलाई को सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, उनके सहयोगी और पत्थर व्यवसायियों के 20 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. छापेमारी में 5.32 करोड़ रुपये जब्त किये गये थे. ईडी ने खूंटी के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले में तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल के संपूर्ण कार्यकाल की जांच शुरू की तो उनके खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव रहते भारी मात्रा में अवैध खनन व काली कमाई के बारे में जानकारी मिली.
ईडी को यह भी पता चला कि सीएम का विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का संथाल के क्षेत्र में दबदबा है, जिसके माध्यम से उक्त क्षेत्र में अवैध पत्थर उत्खनन, अवैध परिवहन आदि चल रहा हैऔर उसकी काली कमाई का हिस्सा सीनियर अफसरों तक पहुंच रहा है.
वर्ष 2020 में बरहड़वा में टेंडर विवाद में मारपीट में पंकज मिश्रा समेत कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी, बड़हरवा टेंडर विवाद केस को टेकओवर करते हुए ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत जांच शुरू की थी. ईडी ने साहेबगंज, दुमका, गोड्डा के डीएमओ से पूछताछ और छानबीन कर सबूत एकत्रित कर कार्रवाई शुरू की थी.
सोर्स -Newswing

Rani Sahu
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