चौपारण, हजारीबाग: झारखंड में हजारीबाग की पंचायत बेलाही के ग्राम परतापुर निवासी वरण साहू (105) अपने अंतिम समय में वोट देकर जिंदगी से अलविदा कह गए। इस संबंध में जानकारी देते हुए समाजसेवी गजाधर प्रसाद ने बताया कि वरण साहू ने अपनी जिंदगी की आखिरी इच्छा यानि वोटिंग के आधे घंटे बाद घर पर दम तोड़ दिया। एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाने के लिए अपनी जिंदगी की अंतिम सांस से पहले वरुण साहू ने पंचायत चुनाव में वोट किया। इसके बाद वो घर आए और अपनी अंतिम सांस ली। उन्होंने घरवालों से पहले ही कह दिया था कि उनकी आखिरी इच्छा वोट देने की है।
मौत के बाद भी पेश कर गए मिसाल
बेलाही पंचायत की बूथ संख्या 256 पर से वोट देकर वापस घर लौटने के बाद 105 साल के बुजुर्ग वरुण साहू ने दोपहर 3:20 बजे अपनी अंतिम सांस ली। मौत से पहले उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि इस उम्र में भी मैं लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर आया। जिंदगी के अंतिम पलों में वरुण साहू ने मतदान कर लोगों के बीच मिसाल काम कर दी। वरुण अपने पीछे दो बेटों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इनके दोनों बेटों का मुंबई में सब्जी का कारोबार है। वरण साहू ने अपने घर में कहा था कि मेरी अंतिम इच्छा है कि मैं वोट देने जाऊंगा। इसके बाद उनकी जिद के आगे घरवाले झुक गए और कार पर ले जाकर वोटिंग कराई गई।
लंबे समय से बीमार थे वरुण
लोकतंत्र को लेकर वरुण की जिंदादिली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो अर्से से बीमार चल रहे थे, लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी आखिरी इच्छा को पूरा करने के बाद ही दम तोड़ा। शनिवार की सुबह से ही वरुण वोट देने की जिद पर अड़े थे। इस दौरान दोनों बेटे भी उनके पास थे। आखिर में उनकी जिद को देखते हुए वरुण को दोपहर 2:45 बजे मतदान केंद्र पर ले जाया गया। इस दौरान उन्होंने कार में बैठकर ही वोट डाला। इसके बाद वो घर लौटे और आधे घंटे के दौरान ही उन्होंने संसार को अलविदा कह दिया।