झारखंड

व्यवसायिक वाहनों से टैक्स भुगतान के बाद मांगी जा रही राशि, पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण बढ़ी परेशानी

Rani Sahu
26 July 2022 7:29 AM GMT
व्यवसायिक वाहनों से टैक्स भुगतान के बाद मांगी जा रही राशि, पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण बढ़ी परेशानी
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व्यवसायिक वाहनों से टैक्स भुगतान के बाद मांगी जा रही राशि

Ranchi:टैक्स भुगतान के बाद भी राज्य के व्यवसायिक वाहनों से टैक्स की मांग की जा रही है. परिवहन विभाग की ओर से ई ग्रास पोर्टल के माध्यम से टैक्स भुगतान लिया जा रहा है. ऐसे में टैक्स भुगतान होने के बाद भी व्यवसायिक वाहन मालिकों को टैक्स भुगतान संबधी मैसेज आ रहे है. कुछ वाहन मालिकों से बात करने से जानकारी मिली कि टैक्स भुगतान की रसीद उनके पास है. इसके बाद भी फिर से भुगतान के लिये कहा जा रहा है. वहीं, परिवहन विभाग की ओर से सभी जिला परिवहन पदाधिकारी को ऐसे 3904 व्यवसायिक वाहनों को ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश इसी महीने दिया गया है. विभागीय निर्देश के बाद डीटीओ काफी संख्या में बसों को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. वाहनों को ब्लैक लिस्टेड टैक्स भुगतान नहीं करने के लिये किया जा रहा है.

तकनीकी खामियों के कारण हो रही परेशानी: व्यवसायिक वाहन संचालकों ने बताया कि एनआईसी की ओर से जारी किये गये आंकड़ों (ट्रांसक्शन आईडी, टैक्स राशि, टैक्स भुगतान की तिथि और स्टेटस) में जानकारी मिलती है कि व्यवसायिक वाहन मालिकों ने अपने निर्धारित टैक्स का भुगतान किया है. वाहन मालिकों की ओर से टैक्स भुगतान की प्राप्ति रसीद के अवलोकन से भी यह स्पष्ट है. लेकिन पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण विभाग को यह राशि प्राप्त नहीं हुई है. जबकि भुगतान करनेवाले के खाते से टैक्स की पूरी राशि निकल गयी है. ऐसे में विभाग को पोर्टल की तकनीकि खामियों की जांच करानी चाहिये.
लिखे गये कई पत्र: इस मामले में चैंबर ऑफ कॉर्मस ने परिवहन विभाग को पत्राचार किया है. जिसमें यह कहा गया कि जिस टैक्स की मांग विभाग कर रहा है, उसका भुगतान वाहन मालिकों ने कर दिया गया है. जिसकी प्राप्ति रसीद भी उनके पास उपलब्ध है. मामले की चैंबर की ओर साइबर क्राइम और गबन की आंशका व्यक्त करते हुए मामले की जांच के साथ पोर्टल की तकनीकि खामियों को दूर करने की मांग की गयी है.


Rani Sahu

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