![अमन यूपी के डी-16 गैंग के शूटरों को देता था सुपारी अमन यूपी के डी-16 गैंग के शूटरों को देता था सुपारी](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/06/03/2972130-01-300.webp)
धनबाद न्यूज़: हजारीबाग जेल में बंद कुख्यात अमन सिंह उत्तर प्रदेश के डी-16 गैंग के शूटरों को सुपारी देता था. अमन सिंह गिरोह के गिरफ्तार शूटरों ने पूछताछ में यह खुलासा किया है. जेल में बंद कुख्यात अमन सिंह गिरोह को नेस्तानाबूत करने में जुटी धनबाद पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि पुलिस ने यूपी के पूर्वांचल आजमगढ़ के बागेश्वर नगर के जिस वैभव यादव उर्फ छोटू उर्फ राहुल को दबोचा है वह हार्डकोर अपराधी है. वह यूपी में कोड डी-16 गिरोह का सरगना रह चुका है. 2013 से 2023 के बीच उसपर आजमगढ़ व अन्य जिलों में तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं.
धनबाद एसएसपी संजीव कुमार की विशेष टीम ने बोकारो के हरला थाना क्षेत्र के सेक्टन 9-सी से कुछ लोगों को हिरासत में लिया था. हिरासत में लिए गए गुर्गों की मदद से पुलिस की अलग-अलग टीम अबतक अमन सिंह से जुड़े एक दर्जन गुर्गों को उठा चुकी है, जिसमें वैभव यादव सबसे प्रमुख है. इसके अलावा भी कई शूटर पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. हाल में धनबाद में हुई चर्चित हत्याओं से इन शूटरों का सीधा कनेक्शन है. अमन सिंह ने जिस-जिस जगह पर रंगदारी के लिए गोली चलवाई है, उन सभी घटनाओं में इन्हीं शूटरों का हाथ बताया जा रहा है. जांच में यह बात भी सामने आ चुकी है कि अमन सिंह के साथ-साथ वासेपुर का कुख्यात प्रिंस खान भी इन्हीं शूटरों को सुपारी दे रहा था.
पुलिस मुठभेड़ में तीन गोली खा चुका है वैभव यादव वैभव यादव यूपी का 25 हजार रुपए का इनामी रह चुका है. आजमगढ़ के तरवां में 13 जून-2017 को पुलिस से हुई मुठभेड़ में वैभव को तीन गोलियां लगी थीं. वर्ष 2013 में एमपी में उसने लूट की घटना को अंजाम देकर अपराध की दुनिया में कदम रखा. 2014 में उसने जौनपुर के तत्कालीन एसपी के गार्ड पर फायरिंग करने का दुस्साहस दिखाया. आजमगढ़ में पेट्रोल पंप के मैनेजर को गोली मारकर लूटपाट, देवगांव में शराब दुकान के सेल्समैन पर फायरिंग कर दुकान में लूटपाट, व्यापारी से पांच लाख रुपए की लूट, जेवर दुकान में लूट और हत्या जैसे कई मामलों में उसके खिलाफ केस दर्ज हो चुके हैं.
यूपी में एनकाउंटर के डर से किया धनबाद का रुख यूपी में योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर के डर से वैभव ने धनबाद का रुख किया. उसके डी-16 गिरोह के खासमखास साथी सचिव पांडेय की 2019 में एनकाउंटर होने के बाद वैभव ने यूपी छोड़ने का मन बनाया. पिछले कई महीनों से वह अमन सिंह गिरोह के साथ जुड़कर रंगदारी के लिए फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहा है.
सीवान, बनारस व आजमगढ़ के कई ठिकानों पर छापेमारी अमन सिंह गिरोह के अपराधियों से पूछताछ जारी है. पुलिस की अलग-अलग टीम वाराणसी व आजमगढ़ सहित पूर्वांचल के अन्य जिलों में लगातार छापेमारी कर रही है. अमन के करीबी आशीष रंजन की तलाश में एक टीम सीवान स्थित उसके पैतृक गांव भी गई है. गुर्गों से लगातार आशीष रंजन के संबंध में पूछताछ हो रही है.